नई दिल्ली: मुल्लांपुर के महाराजा यादवेंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में गुरुवार को मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए मुकाबले में मुंबई ने 9 रन से मैच जीत लिया. इस मैच में कई खिलाड़ियों ने गेंद और बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन किया. सूर्यकुमार यादव और आशुतोष शर्मा ने अपनी शानदार पारियों से तहलका मचा दिया. इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अपनी अपनी टीम के लिए अर्धशतकीय पारियां खेलीं.
इस मैच में अंपायरों ने भी कुछ सुर्खियाँ बटोरीं क्योंकि अंपायर्स ने डीआरएस के अनुरोध ये बात जानने के बाद भी स्वीकार कर लिया कि डीआरएस लेने का फैसला मुंबई के डग आउट में बैठे खिलाड़ियों ने रीप्ले देखने के बाद लिया है. डगआउट से मिले डीआरएस लेने के निर्देश के बाद मैदान पर मौजूद सूर्यकुमार यादव ने ये फैसला लिया. इसके बाद से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है.
टिम डेविड ने डगआउट से किया इशारा
यह घटना 15वें ओवर में घटी जब पीबीकेएस के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने स्ट्राइक पर मौजूद सूर्यकुमार यादव को एक वाइड गेंद फेंकी. ऑन-फील्ड अंपायर ने इसे वाइड नहीं दिया और बल्लेबाज सूर्या भी इस फैसले को चुनौती नहीं देना चाहते थे. हालाँकि, उनके साथी टिम डेविड और मुख्य कोच मार्क बाउचर ने बड़ी स्क्रीन पर डिलीवरी का रीप्ले देखने के बाद डगआउट से डीआरएस लेने का इशारा किया.
सैम करन ने किया विरोध
सैम करन ने तुरंत इस मामले को मैदानी अंपायर के सामने ये बात रखी और बताया की डीआरएस लेने का फैसला रीप्ले देखने के बाद उनके डग आउट से लिया गया है. करन इसका विरोध करते हुए नजर आए. हालांकि, अंपायर ने उनके विरोध को नजरअंदाज कर दिया और ऊपर चले गए. रीप्ले में पता चला कि गेंद ट्रामलाइन के पार थी और परिणामस्वरूप निर्णय पलट दिया गया और इस गेंद को वाइट दिया गया. यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
मुंबई इंडियंस को इसके लिए काफी आलोचना का सामना करना पड़ा. आशीष संगाई नाम के एक यूजर ने दावा किया कि यह धोखाधड़ी की घटना है. एक अन्य यूजर सर्जियो ने भी आरोप लगाया कि अंपायरों ने मुंबई इंडियंस का पक्ष लिया. एक अन्य यूजर आर्चर ने भी इस घटना की आलोचना की.