नई दिल्ली : क्रिकेट भारत में ही नहीं पूरे विश्व में एक ऐसा खेल बन चुका है जिससे फैंस इमोशनल तरीके से जुड़े हुए हैं. खिलाड़ी भी इस खेल को अपना प्रोफेशन बनाने के लिए जी तोड़ संघर्ष करते हैं लेकिन कुछ कामयाब हो जाते हैं लेकिन कुछ नहीं हो पाते हैं. जो नहीं रो पाते उनके अरमान फिर संघर्ष की कहानी बयान करते हुए आंसुओं में बह जाते हैं. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें स्वप्निल सिंह रो पड़ते हैं.
उन्होंने अपने ऑक्शन की कहानी बताते हुए कहा कि जिस दिन ऑक्शन हो रहा था मैं देहरादून के लिए ट्रेवल कर रहा था उतरने के बाद मैंने देखा कि तब तक कुछ भी नहीं हुआ था. मुझे लग रहा था कि गया अब कुछ नहीं होगा. मैंने सोचा था कि जो यह सेशन चल रहा है इसको पूरा करूंगा और अगर जरूरत हुई तो 1 साल और खेलकर खत्म करूंगा. क्योंकि मुझे भी जिंदगी भर नहीं खेलना था दुनिया जीतने के लिए और भी चीजें और जैसे ही फैमिली का फोन आया मैं टूट आया. उसके बाद स्वप्निल रोने लगते हैं.
उन्होंने बताया कि मेरे पहले कोच मैरे पिता ही थे जो मैं आज क्रिकेट खेल रहा हूं वह मेरे पिता की वजह से खेल रहा हूं. उन्होंने बताया कि मैं विराट कोहली के साथ अंडर-19 खेला हूं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मैंने मलेशिया और श्रीलंका के दो टूर किया है. उन्होंने बताया कि मैं विराट का रूम पार्टनर भी था जब मैं उनसे काफी टाइम बाद अभी मिला तो उनके साथ काफी वार्म मुलाकात हुई.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि उन्होंने अपना पहला आईपीएल मैच मुंबई के लिए 2008 में खेला था और उन्होंने अपना पहला विकेट एमएस धोनी का लिया था. उन्होंने अपने बड़ौदा टीम के संघर्ष के बारे में भी बताया उन्होंने कहा कि एक टाइम मै व्हाइट बॉल क्रिकेट में दूसरे या तीसरे स्थान पर था. उस टाइम बड़ौदा के लिए टीम का चयन चल रहा था मैं अपने कप्तान के पास गया उन्होंने मुझे साफ मना कर दिया कि आपकी टीम में जगह नहीं बनती और आपकी जगह किसी युवा को मौका दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मैंने बड़ौदा छोड़ दिया था.
इसके अलावा स्वप्निल ने इरफान पठान की जमकर तारीफ की, उन्होंने बताया कि इरफान पठान ने नया स्टेट ढूंढने में मुझे बहुत मदद की है. इसके अलावा उन्होंने नेट बोलर बनने का किस्सा भी बयां किया उन्होंने बताया नेट बॉलर के रूप में मेरे पास ऑफर आया तब दीपक हुड्डा ने ज्वाइन करने के लिए कॉल किया और मैंने गाली देकर कॉल कट कर दिया और फिर इरफान सर से मैंने फोन करके राय मांगी जब उन्होंने बोला तो मैं गया लेकिन मुझे वह खुशी नहीं थी. उसके बाद उन्होंने बताया कि कोच एंडी फ्लेवर ने भी मेरी काफी मदद की है. उन्होंने बताया कि मेरी बल्लेबाजी इंप्रूव करने में उन्होंने मेरी मदद की है.