मुंबई: बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम के बारे में बात करते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर एक बार फिर विचार किया जा सकता है. दरअसल इस नियम को लेकर कई दिग्गज आपत्ति उठा चुके हैं. इसके साथ फैंस में भी इस निमय को लेकर मिला जुला रिएक्शन दिखाई देता है. ये नियम बल्लेबाजी में तो कभी गेंदबाजी में टीम को मजबूती देता है लेकिन वहीं ऑलराउंडर्स के लिए खतरनाक साबित होता है.
ऑलराउंडर्स के लिए घातक होता है इम्पैक्ट प्लेयर नियम
इस नियम ने टीम में ऑलराउंडर्स की अहमियत को लगभग खत्म कर दिया है. टीमें अक्सर इम्पैक्ट प्लेयर नियम के तहत या तो बल्लेबाज को मैदान पर उतरती हैं या फिर गेंदबाजों को मौका देती हैं. ऐसे में ऑलराउंडर्स को मौका नहीं मिल पाता है. इसको लेकर कई बार इम्पैक्ट प्लयेर नियम की आलोचना भी हो चुकी है. तो कुछ लोग इस नियम का सही भी बताते हैं. इस नियम के चलते कई टीमों ने जल्दी विकेट खोने के बाद भी इम्पैक्ट प्लेयर्स के रूप में बड़ा स्कोर खड़ा किया है.
इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर बोले जय शाह
अब इस नियम पर बात करते हुए जय शाह ने एक निजी संस्थान से बात करते हुए कहा है कि, 'आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर निमय को टेस्ट के तौर पर इस्तेमाल किया गया था. ऐसा इसलिए किया गया ताकि दो भारतीय खिलाड़ियों को मौका मिल सके. यह स्थायी नहीं है, हम भारतीय कप्तान, खिलाड़ियों, फ्रेंचाइजी, कोचों के साथ चर्चा करेंगे और फिर इस पर दोबारा निर्णय लेंगे.
फिर से होगी इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर चर्चा
सूत्रों की माने तो इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर टी20 विश्व कप 2024 के बाद चर्चा हो सकती है. जहां सभी कप्तान और टीम मलिकों के साथ बैठक होने की भी उम्मीद है. अगर इस नियम से ज्यादा लोग नाखुश नजर आए तो ये आईपीएल 2025 में लागू नहीं किया जाएगा. जबकि इस के पक्ष में लोग ज्यादा रहे तो ये निमय आईपीएल में नजर आता रहेगी.
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