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भारत के सबसे उम्रदराज क्रिकेटर डीके गयाकवाड ने 95 साल की उम्र में ली आखिरी सांस - डीके गायकवाड

1960 के दशक में भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर डीके गायकवाड़ का निधन हो गया है. उनके निधन पर खेल जगत की हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है. पढ़ें पूरी खबर...

डीके गायकवाड़
डीके गायकवाड़
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By IANS

Published : Feb 13, 2024, 1:21 PM IST

Updated : Feb 13, 2024, 2:29 PM IST

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड़ का मंगलवार को बड़ौदा में उनके आवास पर निधन हो गया. गायकवाड़ देश के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले टेस्ट क्रिकेटर थे. वह 95 वर्ष के थे. गायकवाड़ का टेस्ट करियर 1952 से 1961 तक चला, लेकिन इस दौरान उन्होंने केवल 11 टेस्ट खेले, जिसमें 350 रन बनाए. उन्होंने 1959 में इंग्लैंड का दौरा करने वाली भारतीय टीम की कप्तानी की, लेकिन टीम सभी पांच टेस्ट हार गई.

गायकवाड़ का सर्वोच्च स्कोर 1959 में नई दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ 52 रन था. रणजी ट्रॉफी में, गायकवाड़ बड़ौदा के लिए ताकत थे, जिसके लिए उन्होंने 1947 से 1961 तक खेला. रणजी में उन्होंने 14 शतकों सहित 3139 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 1959-60 में महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 249 रन था. गायकवाड़ ने दो अन्य दोहरे शतक भी लगाए और 1949-50 में, गुजरात के खिलाफ 128 और नाबाद 101 रन बनाए.

वह भारत के पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ के पिता हैं, जिन्होंने अंशुमन को कोचिंग भी दी थी. भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफ़ान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्व क्रिकेटर के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की है. 'मोतीबाग क्रिकेट मैदान में बरगद के पेड़ की छाया के नीचे, अपनी नीली मारुति कार से, भारतीय कप्तान डी.के. गायकवाड़ सर ने अथक परिश्रम से बड़ौदा क्रिकेट के लिए युवा प्रतिभाओं की खोज की और हमारी टीम के भविष्य को आकार दिया. दुनिया से उनकी अनुपस्थिति गहराई से महसूस की जाएगी. उनका दुनिया से जाना क्रिकेट समुदाय के लिए एक बड़ी हानी है.

यह भी पढ़ें : बीसीसीआई ने टीम से बाहर सभी खिलाड़ियों को रणजी खेलने को कहा, ईशान-अय्यर भी होंगे प्रभावित

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड़ का मंगलवार को बड़ौदा में उनके आवास पर निधन हो गया. गायकवाड़ देश के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले टेस्ट क्रिकेटर थे. वह 95 वर्ष के थे. गायकवाड़ का टेस्ट करियर 1952 से 1961 तक चला, लेकिन इस दौरान उन्होंने केवल 11 टेस्ट खेले, जिसमें 350 रन बनाए. उन्होंने 1959 में इंग्लैंड का दौरा करने वाली भारतीय टीम की कप्तानी की, लेकिन टीम सभी पांच टेस्ट हार गई.

गायकवाड़ का सर्वोच्च स्कोर 1959 में नई दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ 52 रन था. रणजी ट्रॉफी में, गायकवाड़ बड़ौदा के लिए ताकत थे, जिसके लिए उन्होंने 1947 से 1961 तक खेला. रणजी में उन्होंने 14 शतकों सहित 3139 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 1959-60 में महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 249 रन था. गायकवाड़ ने दो अन्य दोहरे शतक भी लगाए और 1949-50 में, गुजरात के खिलाफ 128 और नाबाद 101 रन बनाए.

वह भारत के पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ के पिता हैं, जिन्होंने अंशुमन को कोचिंग भी दी थी. भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफ़ान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्व क्रिकेटर के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की है. 'मोतीबाग क्रिकेट मैदान में बरगद के पेड़ की छाया के नीचे, अपनी नीली मारुति कार से, भारतीय कप्तान डी.के. गायकवाड़ सर ने अथक परिश्रम से बड़ौदा क्रिकेट के लिए युवा प्रतिभाओं की खोज की और हमारी टीम के भविष्य को आकार दिया. दुनिया से उनकी अनुपस्थिति गहराई से महसूस की जाएगी. उनका दुनिया से जाना क्रिकेट समुदाय के लिए एक बड़ी हानी है.

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Last Updated : Feb 13, 2024, 2:29 PM IST
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