नई दिल्ली : टी20 क्रिकेट इन दिनों काफी पीक पर पहुंच चुका है. कई क्रिकेटर खासकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से टीम इंडिया में आने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा कई क्रिकेटर आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके हैं और उन्हें भारतीय टीम में मौका मिला है.
लेकिन कई बार टी20 क्रिकेट में एक मैच से उम्मीदें खत्म हो जाती हैं. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में डेब्यू करने वाले और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कुछ लोग सिर्फ एक मैच तक ही सीमित रह गए. उन्हें दोबारा टीम इंडिया के लिए टी20 खेलने का मौका नहीं मिला.
आइए अब ऐसे ही पांच क्रिकेटरों के बारे में जानते हैं.
संदीप वारियर
स्विंग गेंदबाज संदीप वारियर ने भी एक ही अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेला है. उन्होंने 2021 में श्रीलंका के खिलाफ अपना टी20 डेब्यू किया था. उन्होंने इस मैच में तीन ओवर में 23 रन दिए थे. वे एक भी विकेट नहीं ले पाए थे. इसके बाद उन्हें कभी दूसरा मौका नहीं मिला.
करण शर्मा
लेग स्पिनर करण शर्मा ने आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन्होंने 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी उम्मीदों के साथ अपना टी20 डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 28 रन दिए और एक विकेट लिया. उन्हें टीम इंडिया में अपना हुनर दिखाने का दूसरा मौका नहीं मिला.
ऋषि धवन
तेज गेंदबाज ऋषि धवन घरेलू क्रिकेट से चर्चा में आए. उन्होंने बड़ी उम्मीदों के साथ अपना टी20 डेब्यू किया. दुर्भाग्य से उन्हें किस्मत आजमाने का सिर्फ एक मौका मिला. उन्होंने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र मैच खेला. इसमें उन्होंने चार ओवर में 42 रन दिए और एक विकेट लिया.
मयंक मार्कंडे
दाएं हाथ के लेग ब्रेक गेंदबाज मयंक मार्कंडे ने आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है. उन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतरराष्ट्रीय टी20 डेब्यू किया. इसमें उन्होंने 4 ओवर में 31 रन दिए और एक भी विकेट नहीं ले सके. मार्कंडे को अपनी काबिलियत साबित करने का दूसरा मौका नहीं मिला.
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
स्टार बल्लेबाज सुब्रमण्यम बद्रीनाथ अपने टी20 डेब्यू के समय भारतीय घरेलू क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ी थे. बद्रीनाथ ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने 37 गेंदों पर 43 रन बनाए थे. बद्रीनाथ टी20 में एक मैच तक ही सीमित रहे, जहां युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके मिलते हैं.