नई दिल्ली : राष्ट्रीय सर्किट में एक बार फिर अपना दबदबा कायम करते हुए, हरियाणा ने ग्रेटर नोयडा स्थित शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में तीसरी सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 19 के प्रभावशाली संयुक्त पदक आंकड़े के साथ लड़के और लड़कियों दोनों श्रेणियों में टीम खिताब जीता. लड़कियों के वर्ग में मौजूदा चैंपियन हरियाणा ने 64 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर रहकर अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया. उन्होंने सात स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक सहित 10 पदक जीते.
हरियाणा के मुक्केबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन से अपना दबदबा कायम किया और सात में से छह मुक्केबाजों ने सर्वसम्मति से 5-0 के फैसले से आसानी से जीत हासिल की. दीया (61 किग्रा) ने दिल्ली की याशिका पर 5-0 से जीत के साथ अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा. पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज भी चुना गया.
लड़कियों के वर्ग में हरियाणा के लिए अन्य स्वर्ण पदक विजेता भूमि (35 किग्रा), निश्चल शर्मा (37 किग्रा), राखी (43 किग्रा), नैतिक (52 किग्रा), नव्या (55 किग्रा) और सुखरीत (64 किग्रा) हैं. दिल्ली और महाराष्ट्र 34 और 31 अंकों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. लड़कियों के वर्ग में दिल्ली की मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य पदक जीते, जबकि महाराष्ट्र ने एक स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदक के साथ अपना अभियान समाप्त किया.
अरुणाचल प्रदेश की कांस्य पदक विजेता हिलांग (37 किग्रा) ने लड़कियों की श्रेणी में मोस्ट प्रॉमिसिंग बॉक्सर का पुरस्कार हासिल किया. हरियाणा के मुक्केबाजों ने लड़कों के वर्ग में भी अपना दमखम दिखाते हुए छह स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक सहित नौ पदक जीतकर 62 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया. उदय सिंह ने 37 किग्रा में तमिलनाडु के एस सुजीत के खिलाफ 5-0 से जीत के साथ हरियाणा का दबदबा कायम किया.
नितिन (40 किग्रा), रवि सिहाग (49 किग्रा), लक्ष्य (52 किग्रा), नमन (58 किग्रा) और अनमोल दहिया (64 किग्रा) ने भी अपने-अपने फाइनल जीतकर हरियाणा को उनके प्रभावशाली अभियान का सही अंत दिया. उत्तराखंड 34 अंकों (तीन स्वर्ण और तीन रजत पदक) के साथ दूसरे स्थान पर रहा, उसके बाद यूपी 29 अंकों (एक स्वर्ण, तीन रजत, एक कांस्य पदक) के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
लड़कों के 61 किग्रा फाइनल में हरियाणा के सिद्धांत को हराने वाले यूपी के भव्य प्रताप को सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज का पुरस्कार मिला. दूसरी ओर, विशु पाल (35 किग्रा) को टूर्नामेंट में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए लड़कों के वर्ग में सबसे होनहार मुक्केबाज का पुरस्कार दिया गया. टूर्नामेंट में 612 मुक्केबाजों ने भाग लिया, जिनमें 337 लड़के और 275 लड़कियां शामिल थी.