ETV Bharat / sports

इस खिलाड़ी का ओलंपिक मेडल हुआ चोरी, एथलीट का पिछले दो हफ्तों से बुरा हाल - olympic medal stolen

Olympic Medal stolen : इस खिलाड़ी का ओलंपिक मेडल घर से चोरी हो गया है. पिछले दो हफ्तों से यह खिलाड़ी बहुत ज्यादा परेशान है. एथलीट ने चोर से मेडल वापस करने के बदले एक अनोखा उपहार देने की पेशकश कर डाली है. पढें पूरी खबर.

Gold medal stolen from Olympic champion's home
ओलंपिक चैंपियन के घर से स्वर्ण पदक चोरी (AP Photo)
author img

By ETV Bharat Sports Team

Published : Sep 25, 2024, 7:39 PM IST

बुडापेस्ट (हंगरी) : चार साल की कड़ी मेहनत के बाद जब कोई एथलीट ओलंपिक खेलों में पदक प्राप्त करता है, तो वह न केवल उसे अपनी यादों में संजोकर रखता है, बल्कि जीतने वाले पदक को चूमकर सुरक्षित स्थान पर भी रखता है.

क्योंकि ओलंपिक पदक हर एथलीट का सपना होता है और अगर वह पदक सोने का हो, तो इस पदक का महत्व और भी बढ़ जाता है. लेकिन अगर यह पदक चोरी हो जाए, तो एथलीट को जीतने की खुशी जितनी ही तकलीफ होती है.

हंगरी के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता लास्ज़लो सोंगराडी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब 10 सितंबर की रात को उनके घर से उनका सोने का पदक चोरी हो गया. इससे वह इतना दुखी हो गए कि उन्होंने चोर को ऑफर दिया कि अगर वह पदक लौटा देगा, तो वह पदक को उसके नाम कर देंगे.

रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने बताया, 65 वर्षीय लास्ज़लो सोंगराडी ने सियोल में 1988 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पुरुषों की तलवारबाजी में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता. रिपोर्ट के अनुसार, ओलंपिक चैंपियन ने हंगेरियन स्पोर्टस वेबसाइट को बताया कि वह दो सप्ताह से शांत और खुश नहीं है, क्योंकि हर चीज उसे उसके ओलंपिक स्वर्ण पदक की याद दिलाती है. उन्होंने आगे कहा कि मैं पदक चुराने वाले व्यक्ति को कुछ भी दे सकता हूं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वह पदक लौटा दे जिसका उसके लिए कोई मतलब नहीं है.

पूर्व स्वर्ण पदक विजेता लास्ज़लो सोंग्राडी ने यह भी कहा कि मेरा पदक लौटा दो और बदले में, अगर वह चाहे तो मैं उसे संग्रहालय में रखने के बजाय पदक दे दूंगा. उन्होंने आगे कहा कि पदक अलमारी में सुरक्षित स्थान पर रखा गया था और चोर अन्य महत्वपूर्ण चीजें ले जा सकता था, लेकिन किसी कारण से उसने केवल पदक ही चुराया.

ओलंपिक चैंपियन ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मैं अपना संदेश उस व्यक्ति तक कैसे पहुंचाऊं जिसने मेरा पदक चुराया है क्योंकि मैं उसे चोट नहीं पहुंचाना चाहता. मैं बस यही चाहता हूं कि वह मुझसे बात करे और मैं उसे कुछ दूं.

ये भी पढे़ं :-

बुडापेस्ट (हंगरी) : चार साल की कड़ी मेहनत के बाद जब कोई एथलीट ओलंपिक खेलों में पदक प्राप्त करता है, तो वह न केवल उसे अपनी यादों में संजोकर रखता है, बल्कि जीतने वाले पदक को चूमकर सुरक्षित स्थान पर भी रखता है.

क्योंकि ओलंपिक पदक हर एथलीट का सपना होता है और अगर वह पदक सोने का हो, तो इस पदक का महत्व और भी बढ़ जाता है. लेकिन अगर यह पदक चोरी हो जाए, तो एथलीट को जीतने की खुशी जितनी ही तकलीफ होती है.

हंगरी के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता लास्ज़लो सोंगराडी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब 10 सितंबर की रात को उनके घर से उनका सोने का पदक चोरी हो गया. इससे वह इतना दुखी हो गए कि उन्होंने चोर को ऑफर दिया कि अगर वह पदक लौटा देगा, तो वह पदक को उसके नाम कर देंगे.

रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने बताया, 65 वर्षीय लास्ज़लो सोंगराडी ने सियोल में 1988 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पुरुषों की तलवारबाजी में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता. रिपोर्ट के अनुसार, ओलंपिक चैंपियन ने हंगेरियन स्पोर्टस वेबसाइट को बताया कि वह दो सप्ताह से शांत और खुश नहीं है, क्योंकि हर चीज उसे उसके ओलंपिक स्वर्ण पदक की याद दिलाती है. उन्होंने आगे कहा कि मैं पदक चुराने वाले व्यक्ति को कुछ भी दे सकता हूं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वह पदक लौटा दे जिसका उसके लिए कोई मतलब नहीं है.

पूर्व स्वर्ण पदक विजेता लास्ज़लो सोंग्राडी ने यह भी कहा कि मेरा पदक लौटा दो और बदले में, अगर वह चाहे तो मैं उसे संग्रहालय में रखने के बजाय पदक दे दूंगा. उन्होंने आगे कहा कि पदक अलमारी में सुरक्षित स्थान पर रखा गया था और चोर अन्य महत्वपूर्ण चीजें ले जा सकता था, लेकिन किसी कारण से उसने केवल पदक ही चुराया.

ओलंपिक चैंपियन ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मैं अपना संदेश उस व्यक्ति तक कैसे पहुंचाऊं जिसने मेरा पदक चुराया है क्योंकि मैं उसे चोट नहीं पहुंचाना चाहता. मैं बस यही चाहता हूं कि वह मुझसे बात करे और मैं उसे कुछ दूं.

ये भी पढे़ं :-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.