नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई ने शनिवार को आईपीएल 2025 के लिए नियमों की घोषणा की है. इन नियमों में खिलाड़ियों की सैलरी के साथ, रिटेंशन से लेकर विदेशी खिलाड़ियों की ऑक्शन में कमाई तक के सारे काफी सारे नियमों में बदलाव किए हैं. बीसीसीआई के नए नियमों से विदेशी खिलाड़ियों पर लगने वाले बंपर बोली में काफी असर पड़ने वाला है. इतना ही नहीं उनका मनमानी पर भी BCCI ने नकेल कसी है.
विदेशियों खिलाड़ियों की कमाई हुई सीमित
इंडियन प्रीमियर लीग में पहली बार ऐसा हुआ है कि विदेशी प्लेयर्स को मिलने वाली रकम पर नकेल कसा गया है. नए नियमों के अनुसार मिनी ऑक्शन में भारत के बाहर के खिलाड़ियों को सबसे बड़ी रिटेंशन वैल्यू 18 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम नहीं मिलेगी. इतना ही नहीं मेगा ऑक्शन में अगर भारत का सबसे महंगा खिलाड़ी 16 करोड़ रुपए में बिका तो विदेशी प्लेयर्स को मिनी ऑक्शन में 16 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे.
उदाहरण से समझें पूरा नियम
इस पूरे नियम को एक उदाहरण से समझते हैं, मान लें आरसीबी ने विराट कोहली को रिटेंशन की सबसे बड़ी कीमत 18 करोड़ रुपए में रिटेन किया. अब अगर मेगा ऑक्शन में यशस्वी जायसवाल सबसे महंगे रहे, लेकिन उनकी कीमत 15 करोड़ रुपए ही रही, तो अगले मिनी ऑक्शन में विदेशी प्लेयर को 15 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे.
वहीं, अगर यशस्वी जायसवाल को मेगा ऑक्शन में 20 करोड़ की बोली लगी तो अगले मिनी ऑक्शन में विदेशी प्लेयर को जायसवाल की कीमत 18 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे. इस नियम के तहत विदेशी प्लेयर्स को मेगा ऑक्शन और रिटेंशन की सबसे बड़ी कीमत में कम हो.
बीसीसीआई ने क्यों किया ऐसा
दरअसल पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के दो खिलाड़ियों पर आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी बोली लगी थी. हैदराबाद ने पैट कमिंस को 20.5 करोड़ रुपये के प्राइस में खरीदा वहीं, मिचेल स्टार्क को कोलकाता ने 24.75 करोड़ रुपये में खरीदा. इसके बाद फ्रेंचाइजी की जमकर आलोचना की गई थी. फैंस ने भारतीय खिलाड़ियों के मुकाबले विदेशी खिलाड़ियों को तरजीह देने का आरोप लगाया था.
विदेशी खिलाड़ियों पर कैसे लगेगी बोली
अब फैंस के दिमाग में यह है कि फिर, विदेशी प्लेयर्स की बोली कैसे लगेगी जब राशि की लिमिट ही तय कर दी गई है. तो बता दें विदेशी प्लेयर्स को 20, 25 या 30 करोड़ रुपए की बोली लगाकर भी खरीद सकती हैं. उनके पर्स से उतना ही अमाउंट कटेगा, जितने की उन्होंने बोली लगाई, लेकिन खिलाड़ी को 15 या 18 करोड़ रुपए ही मिलेंगे. बाकी रकम BCCI के पास जाएगी, जो बोर्ड अपने खिलाड़ियों पर खर्च करेगा.
विदेशी प्लेयर्स नहीं करेंगे मनमानी
विदेशी खिलाड़ियों को अब भारत की प्रतिष्ठित लीग में हिस्सा लेने के लिए मेगा ऑक्शन में रजिस्ट्रेशन कराना ही होगा. रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर वह अगले मिनी ऑक्शन के लिए मान्य नहीं होंगे. विदेशी प्लेयर अगर ऑक्शन में बिकने के बाद टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लेता है तो उन्हें अगले 2 सीजन के लिए बैन कर दिया जाएगा.