नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. 3 जुलाई 1980 को पंजाब में जन्मे भारतीय स्पिनर आज 44 साल के हो गए हैं. हरभजन सिंह क्रिकेट के महान स्पिनरों में से एक हैं. एक साधारण परिवार से आने के बावजूद, हरभजन ने अपने शानदार करियर में कई ऊंचाइयां हासिल की.
उनके जन्मदिन पर राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उनको बधाई दी है. राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले धनखड़ ने हरभजन सिंह को बधाई दी. उन्होंने कहा कि, 'हरभजन सिंह 2022 से राज्यसभा सदस्य हैं. वह अपने समय में टॉप-3 स्पिनर में से एक रहे हैं. हरभजन सिंह ने 2007 के टी20 और 2011 के वनडे वर्ल्ड कप के विजेता बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई'
3⃣6⃣7⃣ Intl. matches 👌
— BCCI (@BCCI) July 3, 2024
7⃣1⃣1⃣ Intl. wickets 💪
First #TeamIndia bowler to scalp a Test hat-trick 🔝
2⃣0⃣0⃣7⃣ ICC World Twenty20 & 2⃣0⃣1⃣1⃣ ICC World Cup-winner 🏆 🏆
Here's wishing the legendary @harbhajan_singh a very happy birthday 🎂 👏 pic.twitter.com/FVbORWNQ0J
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में आगे कहा कि, उन्होंने अपने डेब्यू के 3 साल बाद ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक ली थी. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में वास्तव में प्रेरित किया है. उनको 2003 में अर्जुन अवार्ड और 2009 में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया है.
हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर
बता दें, हरभजन सिंह ने 236 वनडे और 103 टेस्ट खेलने वाले हरभजन ने लगभग एक दशक तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर राज किया. उनको टर्बनेटर प्यार से बुलाया जाता है. हरभजन ने पिछले साल दिसंबर में आधिकारिक तौर पर अपने 23 साल के शानदार क्रिकेट करियर का अंत किया. भारतीय क्रिकेट प्रशंसक वर्षों से हरभजन के यादगार ऑन-फील्ड प्रदर्शनों को हमेशा याद रखेंगे.
हरभजन खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 400 विकेट लेने वाले पहले भारतीय ऑफ स्पिनर बन हैं. भज्जी ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. हरभजन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में 15वें स्थान पर हैं.
टेस्ट हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय
भारत-ऑस्ट्रेलिया 2001 टेस्ट सीरीज में अपने कारनामों के कारण, हरभजन को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. ईडन गार्डन्स में ऐतिहासिक दूसरे टेस्ट में, टर्बनेटर सबसे लंबे प्रारूप में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय बन गए.