कोझिकोड : मलयाली एथलीट अब्दुल्ला अबुबकर ने 26 जुलाई को होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया. उन्होंने राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने 6 प्रयासों में 17 मीटर की छलांग लगाई. हालांकि वे पेरिस के लिए निर्धारित 17.22 मीटर के क्वालीफायर मार्क को पार करने में विफल रहे, लेकिन हरियाणा के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में अपने प्रदर्शन के साथ वे ट्रिपल जंप इवेंट में विश्व रैंकिंग में 21वें स्थान पर पहुंचने में सफल रहे. हरियाणा में संपन्न 63वीं राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप भारतीय एथलीटों के लिए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का आखिरी मौका था.
कोझिकोड नादापुरम के मूल निवासी अब्दुल्ला अबु बकर ट्रिपल जंप में प्रतिस्पर्धा करेंगे. नादापुरम कोझिकोड के पास वलयम के मूल निवासी, उन्होंने अपने शुरुआती स्कूली दिनों में स्प्रिंट, ऊंची कूद, लंबी कूद और बाधा दौड़ जैसी कई स्पर्धाओं में भाग लिया. नौवीं कक्षा में पढ़ते समय उन्हें एहसास हुआ कि ट्रिपल जंप ही उनका रास्ता है. इसके बाद उन्होंने पलक्कड़ के कल्लडी कुमारमपुथुर एचएसएस में दाखिला लिया. एक साल बाद उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीता. 2015 में वे जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय चैंपियन बने. बर्मिंघम में आयोजित 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता. फाइनल में पहली 4 जंप पूरी करने के बाद अब्दुल्ला पदक की संभावना से बाहर हो गए थे. लेकिन पांचवें राउंड में 17.02 मीटर की छलांग लगाकर वे रजत पदक की स्थिति में पहुंच गए. अब्दुल्ला 17 मीटर की छलांग तीन बार पार करने वाले पहले भारतीय एथलीट भी बने.
अपने 14 साल के करियर के दौरान अब्दुल्ला चोटों से ग्रस्त रहे. पैर, घुटने और टखने में लगातार चोटों के कारण अब्दुल्ला मैदान से बाहर रहे. फिर भी, इस युवा खिलाड़ी ने संघर्ष किया और भुवनेश्वर में आयोजित इंडियन ग्रां प्री एथलेटिक्स में 17.19 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता. रंजीत माहेश्वरी के बाद ट्रिपल जंप में यह किसी भारतीय एथलीट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स में रजत पदक जीतने वाले अब्दुल्ला ने ट्रिपल जंप में भी ड्रीम डिस्टेंस (17.14 मीटर) पार किया. 2017 में स्पोर्ट्स कोटे के तहत भारतीय वायुसेना में नौकरी पाने वाले अब्दुल्ला पेरिस जाने की तैयारी कर रहे हैं.