नई दिल्ली: भारत के बाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह आज अपना 25वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. पंजाब के इस गेंदबाज ने टीम इंडिया के लिए पिछले कुछ सालों में अहम रोल अदा किया है. टी20 और वनडे फॉर्मेट में अर्शदीप सिंह एक बेहतरीन गेंदबाज बनकर टीम इंडिया के लिए उभरे हैं. उन्हें उनकी सटीक और बेहतरीन यॉर्कर्स के लिए भी जाना जाता है. हम आपको आज अर्शदीप के बर्थडे पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प और रोचक बातें बताते हैं.
अर्शदीप से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
अर्शदीप सिंह का जन्म मध्य प्रदेश के गुना में 5 फरवरी 1999 को हुआ था. उन्होंने चंड़ीगढ़ से अपने स्कूलिंग की है. उनके पिता का नाम दर्शन सिंह है जो पंजाब के खरार के रहने वाले हैं और डीसीएम में मुख्य सुरक्षा अधिकारी हैं. अर्शदीप की मां का नाम बलजीत कौर है जो एक हाऊस वाइफ हैं. इसके अलावा उनका एक बड़ा भाई अकाशदीप है जो कनाडा में रहता है और बहन का नाम गुरलीन कौर हैं.
अर्शदीप 13 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रहे हैं. उन्होने 2015 में चंडीगढ़ की जसवंत राय क्रिकेट अकादमी से अपनी गेंदाबाजी को धार दी. उन्होंने राज्य स्तर पर चंडीगढ़ और पंजाब की टीम के लिए क्रिकेट खेला था. अब वो घरेलू क्रिकेट में पंजाब की ओर से खलते हैं. इसके साथ ही आईपीएल में पंजाब किंग्स के लिए खेलते हैं. उन्होंने 2019 में आईपीएल में अपना डेब्यू किया था.
अर्शदीप ने भारत के लिए साल 2018 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप खेला था. इसके बाद उनकी एंट्री आईपीएल में हुई और वहां किए गए बहेतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह दी गई. उन्होंने 7 जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू टी20 फॉर्मेट से किया. उन्होंने भारत के लिए टी20 विश्व कप 2022 में मुख्य गेंदबाज की भूमिका निभाई.
अर्शदीप सिंह के आंकड़े
- अर्शदीप सिंह ने भारत के लिए टी20 क्रिकेट में अपना जलवा बिखरा है. उन्होंने 44 टी20 मैचों में 8.63 की इकोनमी के साथ 62 विकेट हासिल किए हैं. इसके साथ ही उनके नाम 34 रन भी दर्ज हैं.
- अर्शदीप ने भारत के लिए केवल 6 वनडे मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 5 पारियों में कुल 10 विकेट हासिल किए हैं. वनडे में उनके नाम 1 फाइव विकेट हॉल भी दर्ज है जो साउथ अफ्रीका में आया था. वो वनडे में भी बल्ले से 34 रन बना चुके हैं.
- अर्शदीप ने भारत के लिए अभी तक कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. वो 51 आईपीएल मैचों में भी 57 विकेट अपने नाम कर चुके हैं.