पटना: बिहार में पहली बार आयोजित होने वाले 67वीं नेशनल स्कूल गेम्स-भारोत्तोलन प्रतियोगिता का मंगलवार को पाटलिपुत्र खेल परिसर में विधिवत उद्घाटन हुआ. 13 से 16 फरवरी तक चलने वाले इस प्रतियोगिता का उद्घाटन बिहार सरकार के खेल विभाग के निदेशक महेन्द्र कुमार ने फीता काटकर और नारियल फोड़ कर किया. भारोत्तोलन के लिए देश के 26 राज्यों से 426 से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं.
बिहार के खिलाड़ी भी ले रहे हैं भाग: यह प्रतियोगिता अंडर 17 आयु वर्ग के बालक एवं बालिका है, जिसकी शुरुआत आज से हुई है. इस प्रतियोगिता में बिहार के भी खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. बिहार के खिलाड़ी हर खेल विधा में अपनी एक अलग पहचान बना रहे हैं. इन खिलाड़ियों के विकास के लिए यह आयोजन बिहार में पहली बार कराया जा रहा है.
क्या बोले खेल विभाग के डीजी: इस मौके पर मुख्य अतिथि महेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने पहली बार पांच खेलों की मेजबानी का अवसर बिहार को दिया है. जिसमें फुटबॉल, क्रिकेट, सेपक टाकरा, एथलेटिक्स और भारोत्तोलन जिसका उद्घाटन हुआ है.
खेल-खिलाड़ियों को बढ़ावा: डीजी ने कहा कि बिहार सरकार राज्य में हर तरह के खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर हर संभव प्रयास और सहयोग करने लिए के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए सरकार ने अलग से एक खेल विभाग ही बना दिया है, जिसका सकारात्मक परिणाम आज सबके सामने है कि हर तरह के खेल का आयोजन बिहार में हो रहा है. बिहार के खिलाड़ी भी पदक जीत रहे हैं. उन्होंने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से अनुरोध किया कि समय मिलने पर बिहार के दर्शनीय स्थानों को भी घूम कर देखें, इससे बिहार को अच्छी तरह देखने समझने का अवसर मिलेगा.
"बिहार में खेल का एक अलग माहौल है. खेल का एक अलग मेला लग रहा है. इस मेला से बिहार के खिलाड़ियों को पहचान और उनको आगे बढ़ाने में खेल विभाग मदद कर रहा है. वहीं इस तरह के आयोजन से बिहार देश में एक अलग अपनी पहचान बना रहा है."- महेन्द्र कुमार, निदेशक, खेल विभाग
ये भी पढ़ें:
रोहतास के 'लाल' आकाशदीप की खुल गई किस्मत, अब टीम इंडिया में दिखाएंगे दम
बिहार के किसान की बेटी ने रचा इतिहास, खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड किया अपने नाम
बिहार को मिली 6 खेलों के लिए नेशनल स्कूल गेम्स की मेजबानी, छपरा में होगा फुटबॉल का आयोजन