नई दिल्ली: यह तो सभी जानते हैं कि क्रिकेट एक टीम खेल है, जिसमें सभी भाग लेते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि एक खिलाड़ी के बेहतरीन प्रदर्शन से पूरे मैच का नतीजा बदल जाता है. यही कारण है कि क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया जाता है.
इतिहास में तीन अलग-अलग मौकों हुआ अद्भुत कारनामा
आमतौर पर प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाली टीम के खिलाड़ी को दिया जाता है, लेकिन कभी-कभी हारने वाली टीम के खिलाड़ी को भी उसके प्रदर्शन के आधार पर प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया जाता है. लेकिन क्रिकेट के इतिहास में तीन मौके ऐसे आए हैं, जब एक पूरी टीम को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया है. वनडे क्रिकेट में दो बार और टेस्ट क्रिकेट में एक बार ऐसा हो चुका है. पूरी टीम को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया.
3 अप्रैल 1996 (न्यूजीलैंड बनाम वेस्टइंडीज, चौथा वनडे)
अप्रैल 1996 में जॉर्जटाउन में खेले गए एक रोमांचक मैच में न्यूजीलैंड ने वेस्टइंडीज को 4 रन से हराया. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहली बार था कि पूरी टीम ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता.
दरअसल, न्यूजीलैंड 5 मैचों की सीरीज में 2-1 से पिछड़ रही थी और चौथे मैच में भी सिर्फ 158 रन पर आउट हो गई. उस समय सभी को लग रहा था कि वेस्टइंडीज की मजबूत बल्लेबाजी आसानी से मैच जीत जाएगी, लेकिन न्यूजीलैंड के गेंदबाजों और फील्डरों ने दमदार प्रदर्शन किया और 104/4 के स्कोर के बावजूद वेस्टइंडीज को 154 रन पर आउट कर दिया और मैच जीत लिया. 4 बल्लेबाजों ने रन बनाए, जबकि सभी 6 गेंदबाजों ने विकेट लिए और पूरी टीम ने एक प्रयास किया. परिणामस्वरूप पूरी टीम को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया.
1 सितंबर 1996 (पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड, तीसरा वनडे)
इंग्लैंड और पाकिस्तान तीन मैचों की सीरीज का आखिरी मैच खेल रहे थे. जहां पाकिस्तान की टीम सम्मान बचाने के लिए खेल रही थी क्योंकि वह पिछले दोनों मैच हार चुकी थी और सीरीज भी गंवा चुकी थी. इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और निक नाइट के 125 रनों के दम पर पाकिस्तान को 50 ओवर में 247 रनों का लक्ष्य दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम के लिए सईद और शाहिद अनवर ने 93 रनों की पारी खेली.
पहला और आखिरी मैच खेलने वाले शाहिद अनवर 37 रन बनाकर आउट हो गए और मजबूत शुरुआत के बाद पाकिस्तान 177/2 से 199/6 पर पहुंच गया. एक समय ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान मैच हार जाएगा, लेकिन अंत में विकेटकीपर राशिद लतीफ 28 गेंदों पर 31 रन बनाकर पाकिस्तान को दो गेंद शेष रहते 2 विकेट से जीत दिलाने में सफल रहे. इस मैच में जहां पाकिस्तान के हर बल्लेबाज ने रन बनाए वहीं सभी गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की और विकेट लिए और पूरी टीम ने मिलकर हारा हुआ मैच जीत लिया. शानदार टीम प्रदर्शन के लिए पूरी पाकिस्तान टीम को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया.
15-18 जनवरी, 1999 (वेस्टइंडीज बनाम दक्षिण अफ्रीका, पांचवां टेस्ट)
यह क्रिकेट इतिहास का एकमात्र टेस्ट था जिसमें पूरी टीम को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया. अफ्रीकी टीम 5 मैचों की सीरीज में 4-0 से आगे चल रही थी और आखिरी मैच में वाइटवॉश के इरादे से उतर रही थी. इस मैच में वेस्टइंडीज ने अच्छी शुरुआत की और अफ्रीकी टीम को 18/3 पर समेट दिया, लेकिन मार्क बाउचर के शतक और कैलिस की पारी के दम पर अफ्रीका ने पहली पारी में 313 रन बनाए. इसके बाद गेंदबाजी में एलन डोनाल्ड ने 5 और शॉन पोलक तथा क्लूजनर ने 2-2 विकेट लिए, जिससे वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 144 रन पर सिमट गई.
इसी तरह दूसरी पारी में अफ्रीका के लिए कर्स्टन और रोड्स ने शतक लगाए और दूसरी पारी में अफ्रीका ने 399/5 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. फिर दूसरी पारी में पॉल एडम्स ने 4 विकेट, कैलिस ने 2 विकेट और कलिनन ने 1 विकेट लेकर मेहमान अफ्रीका टीम को 351 रनों के बड़े अंतर से हराया और इस तरह पूरी टीम ने प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता.