हैदराबादः हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, दिन शुक्रवार है. नवरात्रि में आज मां ब्रह्मचारिणी स्वरूप में पूजा जाता है. मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना से मानव में त्याग, तप, सदाचार, वैराग्य, संयम की वृद्धि होती है. इससे उपासक का मन जीवन के कठिन समय में कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होता है. मां अपने उपासकों की दुर्गुणों व दोषों को समाप्त करती हैं. धार्मिक मान्यता है कि विधि पूर्वक सच्चे मन से मां की उपासना करने स उपासक दीर्धायु होता है.
नवरात्रि के दूसरे दिन समस्त देशवासियों की ओर से मां ब्रह्मचारिणी को मेरा विशेष नमन। माता से विनती है कि अपने भक्तों को हर चुनौती का सामना करने की शक्ति प्रदान करें। pic.twitter.com/5XwSuXrb5L
— Narendra Modi (@narendramodi) October 4, 2024
कूष्माण्डा स्वरूप धारण करने के बाद माता पार्वती जन्म दक्ष प्रजापति के घर हुआ. माता पार्वती इस अवतार में एक महान सती रही हैं. उनके ब्रह्मचारिणी स्वरूप को मां ब्रह्मचारिणी के रूप में पूजा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सबों को सौभाग्य प्रदान करने वाले भगवनान मंगल को माता ब्रह्मचारिणी द्वारा शासित हैं. माता ब्रह्मचारिणी स्वरूप में देवी को पादुकाविहीन चरणों से चलते हुए प्रदर्शित किया गया है. इस स्वरूप में मां को दो भुजाओं के साथ दिखाया गया है. इस रूप में माता के एक हाथ (दाहिने) में जप माला और दूसरे हाथ (बायें) में कमण्लडु धारण की हुईं हैं. प्रभु शिव को पति के रूप में पाने के लिए माता ब्रह्मचारिणी को तपस्या करना पड़ा था. कठोर तपस्या के कारण ब्रह्मचारिणी नाम से उन्हें संबोधित किया जाता है.
नवरात्रि कैलेंडर 2024 | |||
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तारीख | दिन | त्योहार | तिथि |
3 अक्टूबर 2024 | गुरुवार | घटस्थापना | प्रतिपदा |
4 अक्टूबर 2024 | शुक्रवार | मां ब्रह्मचारिणी पूजा | द्वितीया |
5 अक्टूबर 2024 | शनिवार | मां चंद्रघंटा पूजा | तृतीया |
6 अक्टूबर 2024 | रविवार | मां कुष्मांडा पूजा | चतुर्थी |
7 अक्टूबर 2024 | सोमवार | मां स्कंदमाता पूजा | महा पंचमी |
8 अक्टूबर 2024 | मंगलवार | मां कात्यायिनी पूजा | महाषष्ठी |
9 अक्टूबर 2024 | बुधवार | मां कालरात्रि पूजा | महा सप्तमी |
10 अक्टूबर 2024 | गुरुवार | मां महागौरी पूजा | महाअष्टमी |
11 अक्टूबर 2024 | शुक्रवार | मां सिद्धिदात्री पूजा | महानवमी |
12 अक्टूबर 2024 | शनिवार | विजय दशमी | दशमी |
माता का प्रिय पुष्प चमेली है. मां ब्रह्मचारिणी को स्लेटी रंग प्रिय है. यह रंग संतुलित का प्रतीक माना जाता है. यह हमें व्यवहारिक के साथ-साथ सरल बनने के लिए प्रेरित करता है. यह रंग मुख्य रूप से हल्के रंग को पसंद करने भक्तों के लिए उपयुक्त है. बता दें माता के भक्त रोजाना उनकी पसंद के अनुरूप वस्त्र धारण करते हैं.