झज्जर: कहते हैं जीवन को पूरी तरह से समझ लेने के बाद लोग आध्यात्म की ओर चले आते हैं. इस कहावत को चरितार्थ किया है हरियाणा के झज्जर के रहने वाले अभय सिंह ने, जिनकी तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है. कारण ये है कि इन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक किया है, इसके बाद अभय भारत और कनाडा में भी नौकरी भी कर चुके हैं. लेकिन आध्यात्म के प्रति उनके झुकाव ने उनको बाबा बना दिया. प्रयागराज महाकुंभ में अभय सिंह काफी चर्चित हो रहे हैं. ईटीवी भारत ने उनके घर जाकर उनके परिवार से उनके विषय में जानकारी हासिल की है.
पिता ने बताई पूरी कहानी : उनके पिता झज्जर न्यायालय में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करते हैं. पिता करण ग्रेवाल का कहना है कि अभय सिंह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे थे. स्थानीय स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने के बाद अभय सिंह ने दिल्ली से आईआईटी के एग्जाम की कोचिंग ली थी. इसके बाद उसने मुंबई आईआईटी से बीटेक की डिग्री हासिल की.
#WATCH | Prayagraj, UP: #MahaKumbh2025 | Baba Abhay Singh who is from Juna Akhada and was also an IIT student once, says, " i come from haryana, i went to iit, then changed to arts from engineering, that also didn't work so i kept changing and later i arrived at the final truth.… pic.twitter.com/Li6EwgCXbU
— ANI (@ANI) January 15, 2025
उन्होंने बताया कि इसके बाद उसने मास्टर्स ऑफ डिजाइनिंग का कोर्स भी किया. इतना ही नहीं, अभय सिंह ने देश की राजधानी दिल्ली और कनाडा में भी प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी भी की. लेकिन इसके बाद वो कनाडा छोड़कर स्वदेश लौट आए. इस दौरान कई दिनों तक वो सर्दियों में मनाली, शिमला, हरिद्वार समेत कई अन्य जगहों पर घूमते भी रहे.
6 माह से नहीं हुई बात : पिता करण ग्रेवाल का कहना है कि उनकी अभय सिंह से करीब 6 महीने पहले बात हुई थी. उसके बाद से ही पता ही नहीं वो कहां है. उन्होंने परिवार से दूरी बना रखी है. करण ग्रेवाल का कहना है कि वो और उनका परिवार चाहता है कि अभय सिंह वापस घर लौट आए. साथ ही वो ये भी मानते हैं कि बाबा बनने के बाद उनके बेटे का वापस परिवार में लौटना अब शायद संभव नहीं है.
मां और बहन बहुत याद करती हैं : पिता आगे कहते हैं कि उसकी मां बार-बार उसको कहती है कि बेटा वापस आ जा, गृहस्थ जीवन अपना लें, लेकिन वो बोलता था कि मां संन्यासी बनने के बाद अब ये संभव नहीं है. मुझे संदेह था कि वो हरिद्वार में हो सकता है, अब जब वो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो यकीन हो गया कि वो सही सलामत है. उसकी बहन भी उसको याद करती रहती है, बोलती है कि पापा उससे संपर्क करने की कोशिश करो, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो पाया.
इसे भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ में सुर्खियां बनीं स्वामी कैलाशानंद गिरि की ये दो शिष्याएं, जानिए क्यों
इसे भी पढ़ें : महाकुंभ में टूटा दुनिया का रिकॉर्ड; एक दिन में सबसे ज्यादा पहुंचे यात्री, क्राउड मैनेजमेंट भी रहा नंबर वन
इसे भी पढ़ें : महाकुंभ के दौरान स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल को हुई एलर्जी, अमृत स्नान का सपना रह गया अधूरा
इसे भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ; बेटे की मौत ने दिखाई सनातन की राह, अमेरिकी सैनिक माइकल भारत आकर बन गए बाबा मोक्षपुरी