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अहोई अष्टमी पर बन रहा गुरु पुष्य योग, इन कार्यों को करने से मिलेंगे लाभ

Ahoi Ashtami 2024: गुरु पुष्य योग में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है.

GURU PUSHYA YOGA ON AHOI ASHTAMI
अहोई अष्टमी पर गुरु पुष्य योग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 24, 2024, 6:39 AM IST

Updated : Oct 24, 2024, 6:54 AM IST

हैदराबाद: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं. इनमें से गुरु पुष्य योग को सभी नक्षत्रों का राजा कहा गया है. ऐसे में अहोई अष्टमी यानी आज गुरुवार 24 अक्टूबर को यह योग बन रहा है. इस अवसर पर चलिए जानते हैं इसका समय और यह भी कि गुरु पुष्य योग में कौन-से कार्य करना शुभ होते हैं.

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों और नक्षत्रों का व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे योग भी बताए गए हैं, जिनमें किए गए कार्य आपको शुभ परिणाम देते हैं. इन्हीं में से एक गुरु पुष्य योग भी है, जो आज अहोई अष्टमी पर बन रहा है. अहोई अष्टमी 2024 के विशेष अवसर पर गुरु पुष्य योग पूरे दिन रहने वाला है. इसी के साथ इस दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं, जो पूरे दिन रहने वाले हैं. ऐसे में यह दिन कई शुभ कार्यों के लिए उत्तम रहने वाला है.

इन कार्यों के लिए होता है शुभ
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि गुरु पुष्य योग में नई दुकान, सोना, वाहन या फिर घर खरीदना काफी शुभ माना जाता है. इसी के साथ आप इस योग में नये काम की शुरुआत भी कर सकते हैं. ऐसा करने से उस काम में सफलता मिलती है. आप इस योग में खरीददारी भी कर सकते हैं. चूंकि ऐसा माना गया है कि इस योग में खरीदी गई वस्तुएं जल्द खराब नहीं होती हैं और लंबे समय तक कार्य करती हैं.

किसकी करें पूजा
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पुष्य योग में धन की देवी माता लक्ष्मी और जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इससे साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन आप लक्ष्मी जी की कृपा के लिए कनकधारा स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं. वहीं, गुरु पुष्य योग में आप इस नक्षत्र के देवता यानी शनि देव और देवगुरु बृहस्पति की पूजा भी कर सकते हैं, जिससे साधक को जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं.

माना जाता है कि गुरु पुष्य योग में किया गया दान अक्षय पुण्य प्रदान करता है. ऐसे में आप इस दिन पर जरुरतमंदों व गरीब लोगों में अपनी क्षमता के अनुसार भोजन, कपड़े-जूते या फिर धन आदि दान कर सकते हैं. इसका लाभ आपको पूरे जीवन तक मिलता है.

इसी के साथ गुरु पुष्य योग वाले दिन सूर्यास्त के बाद तुलसी पूजन कर दीपक जलाएं. इसी के साथ हनुमान जी के समक्ष दीपक जलाकर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से जीवन में आ रही बाधाओं का समाधान होता है.

पढ़ें: छोटे बच्चों के कल्याण के लिए मां रखेंगी अहोई अष्टमी का व्रत, जानें पूजा विधि

हैदराबाद: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं. इनमें से गुरु पुष्य योग को सभी नक्षत्रों का राजा कहा गया है. ऐसे में अहोई अष्टमी यानी आज गुरुवार 24 अक्टूबर को यह योग बन रहा है. इस अवसर पर चलिए जानते हैं इसका समय और यह भी कि गुरु पुष्य योग में कौन-से कार्य करना शुभ होते हैं.

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों और नक्षत्रों का व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे योग भी बताए गए हैं, जिनमें किए गए कार्य आपको शुभ परिणाम देते हैं. इन्हीं में से एक गुरु पुष्य योग भी है, जो आज अहोई अष्टमी पर बन रहा है. अहोई अष्टमी 2024 के विशेष अवसर पर गुरु पुष्य योग पूरे दिन रहने वाला है. इसी के साथ इस दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं, जो पूरे दिन रहने वाले हैं. ऐसे में यह दिन कई शुभ कार्यों के लिए उत्तम रहने वाला है.

इन कार्यों के लिए होता है शुभ
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि गुरु पुष्य योग में नई दुकान, सोना, वाहन या फिर घर खरीदना काफी शुभ माना जाता है. इसी के साथ आप इस योग में नये काम की शुरुआत भी कर सकते हैं. ऐसा करने से उस काम में सफलता मिलती है. आप इस योग में खरीददारी भी कर सकते हैं. चूंकि ऐसा माना गया है कि इस योग में खरीदी गई वस्तुएं जल्द खराब नहीं होती हैं और लंबे समय तक कार्य करती हैं.

किसकी करें पूजा
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पुष्य योग में धन की देवी माता लक्ष्मी और जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इससे साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन आप लक्ष्मी जी की कृपा के लिए कनकधारा स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं. वहीं, गुरु पुष्य योग में आप इस नक्षत्र के देवता यानी शनि देव और देवगुरु बृहस्पति की पूजा भी कर सकते हैं, जिससे साधक को जीवन में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं.

माना जाता है कि गुरु पुष्य योग में किया गया दान अक्षय पुण्य प्रदान करता है. ऐसे में आप इस दिन पर जरुरतमंदों व गरीब लोगों में अपनी क्षमता के अनुसार भोजन, कपड़े-जूते या फिर धन आदि दान कर सकते हैं. इसका लाभ आपको पूरे जीवन तक मिलता है.

इसी के साथ गुरु पुष्य योग वाले दिन सूर्यास्त के बाद तुलसी पूजन कर दीपक जलाएं. इसी के साथ हनुमान जी के समक्ष दीपक जलाकर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से जीवन में आ रही बाधाओं का समाधान होता है.

पढ़ें: छोटे बच्चों के कल्याण के लिए मां रखेंगी अहोई अष्टमी का व्रत, जानें पूजा विधि

Last Updated : Oct 24, 2024, 6:54 AM IST
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