हैदराबाद: हिंदू धर्म के अलावा कई अन्य धर्मों में भी वास्तु शास्त्र का एक अहम स्थान है. लोग घर की बनावट से लेकर उसमें रखे समान को भी वास्तु शास्त्र के अनुसार रखते हैं, जिससे उन्हें धन-धान्य की प्राप्ति हो. वास्तु शास्त्र में घर की कई चीजों के बारे में जानकारी दी गई है, जिन्हें सही दिशा और दशा में रखने पर आपके घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और समृद्धि आती है. इन्ही चीजों में से एक घड़ी है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में इसे भी लगाने का तरीका बताया गया है. वास्तु में बताया गया है कि घड़ी को किस दिशा में लगाना चाहिए और किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए. इतना ही नहीं घड़ी के रंग को लेकर भी वास्तु शास्त्र में जानकारी दी गई है. तो चलिए आपको बताते हैं कि आपको अपने घर में घड़ी कहां लगानी चाहिए.
घर में किस दिशा में लगानी चाहिए घड़ी: वास्तु शास्त्र के अनुसार घड़ी को हमेशा घर में पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए. इसके अर्थ यह है कि जब भी आप अपने घर में घड़ी लगाएं, तो उसका फेस पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. वास्तु शास्त्र में इसे शुभ माना जाता है. इस दिशा में घड़ी लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
दक्षिण या पश्चिम दिशा में न लगाएं घड़ी: जैसा कि हमने कहा कि घर में घड़ी को पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए. उसी प्रकार दक्षिण या पश्चिम की ओर घड़ी को नहीं लगाना चाहिए. इस दिशा में घड़ी को लगाने से यह घर में नकारात्मक ऊर्जा खींचने लगती है.
किस रंग की घड़ी का करें इस्तेमाल: घड़ी की दिशा के अलावा वास्तु शास्त्र में घड़ी के रंग के बारे में भी जानकारी दी गई है. इसके अनुसार आपको हमेशा हल्के रंग की घड़ी खरीदनी चाहिए. वास्तु शास्त्र की मानें तो गहरे रंग की घड़ी से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
टूटी और बंद घड़ी घर में न रखें: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में टूटी हुई घड़ी रखने से घर का वातावरण खराब होता है और यह दुर्भाग्य की सूचक भी होती है. वहीं घर में बंद घड़ी भी नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि इससे भी घर का माहौल खराब होता है. तो अगर आपके घर में ऐसी घड़ी है तो उसे फौरन ही हटा दें.
(डिस्क्लेमर: हम यह जानकारी आपको सामान्य मान्यताओं के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. वास्तु के आधार पर इन उपायों को कर सकते हैं.)