हैदराबादः आज 02 सितंबर, 2024 सोमवार, के दिन भाद्रपद महीने की अमावस्या तिथि है. इसे अंधकार का दिन कहा जाता है. माता काली इस दिन पर शासन करती हैं. ध्यान करने, लोगों को दान करने और जानवरों को खिलाने के साथ पूर्वजों की पूजा करने का सबसे अच्छा दिन है. इस दिन विवाह समारोह या कोई नई शुरुआत नहीं करनी चाहिए. आज के दिन की अमावस्या को सोमवती अमावस्या, पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या और भाद्रपद अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. अमावस्या तिथि पूरी रात है.
इस नक्षत्र में धन उधार देने या लेने से करें परहेज
आज के दिन चंद्रमा सिंह राशि और मघा नक्षत्र में रहेगा. इस नक्षत्र का विस्तार 0 से 13:20 डिग्री तक सिंह राशि में फैला है. इसके देवता पितृगण और नक्षत्र स्वामी केतु हैं. यह उग्र और क्रूर प्रकृति का नक्षत्र है. किसी भी तरह का शुभ कार्य, यात्रा या उधार धन देने या लेने का काम इस नक्षत्र में नहीं करना चाहिए. शत्रुओं के विनाश की योजना बनाने का काम किया जा सकता है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 07:56 से 09:30 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा। इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.
2 सितंबर का पंचांग
- भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या, दान और ध्यान के लिए है अच्छी
- विक्रम संवत : 2080
- मास : भाद्रपद
- पक्ष : कृष्ण पक्ष अमावस्या
- दिन : सोमवार
- तिथि : अमावस्या
- योग : शिव
- नक्षत्र : मघा
- करण : चतुष्पाद
- चंद्र राशि : सिंह
- सूर्य राशि : सिंह
- सूर्योदय : सुबह 06:22 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:55 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 06.00 बजे (3 सितंबर)
- चंद्रास्त : शाम 06.30 बजे
- राहुकाल : 07:56 से 09:30
- यमगंड : 11:04 से 12:38