रांचीः झारखंड अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने उत्तर प्रदेश से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये मामला रांची से जुड़ा है. जिसमे एक महिला को पार्ट टाइम नौकरी और क्रिप्टोकरंसी में पैसा इंवेस्ट करने का लालच देकर उनसे लाखों की ठगी की गयी.
रांची अंतर्गत साइबर क्राइम थाना कांड संख्या 105/2023 दिनांक 07.12.2023 धारा 419/420/467/468/471/120बी भादवि और 66(बी)/66(सी)/66(डी) आईटीएक्ट के वादिनी द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर कांड दर्ज किया गया है. दर्ज कांड में वादिनी को टेलीग्राम के माध्मय से संपर्क किया गया जिसमें Ludo एवं Fishdom को Like कर स्क्रिीन शाॅट भेजने का पार्ट टाईम जाॅब ऑफर किया गया. इसके पश्चात उन्हें टेलीग्राम प्रोफाईल @AC42157, @EvaMi6 एवं @Rahul3319 पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया. उक्त टेलीग्राम प्रोफाइल के माध्यम से दिए गए टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खाताओं में पैसे डालने को बोला गया. फिर उनसे यह कहा गया कि पैसे को Cryptocurrency में Invest कर दिया जाएगा. जिससे मिलने वाले लाभ को ग्लोबल कंपनी की साइट global-171.in पर दिखाया जाएगा.
इसके बाद वादिनी को इंवेस्ट किये हुए पैसे Fake Website में दिखना शुरू हो गया, जिससे वह झांसे में आ गई. महिला को झांसा में लेने के लिए इनके Account में कुछ पैसे डाले गये परंतु बाद में पैसे डालना बंद कर दिया गया और इस तरह से इनके साथ कुल 63,98,824/रुपये (तिरसठ लाख अनठ्ठानबे हजार आठ सौ चैबीस रुपये) की साइबर ठगी कर ली गयी. इस अपराध को करने के लिए इसके लिए वादी से अलग-अलग बैंक खाताओं में UPI के माध्यम से पैसे डालने को कहा गया. Financial trail analysis में Fake Company के नाम पर Registered Companies Rajasthan, Madhya Pradesh, Tamil Nadu एवं Uttar Pradesh के बैंक खाता पाये गये. जिसमें करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन किये गये थे. जांच में इन बैंक खाताओं से हुए ट्रांजेक्शन के IP के User का मूल स्थान Hong Kong एवं China में पाया गया.
सीआईडी द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड में सभी बैंक खाताओं को फ्रीज कराया गया. विश्लेषण उपरांत पाया गया कि संबंधित सभी बैंक खाताओं में कुल 88 93,037/रु. (अठ्ठासी लाख तिरानबे हजार सैतीस रुपये) को फ्रीज करवा दिया गया. उक्त कांड में अनुसंधान के क्रम में संलिप्तता के बिंदु पर अनुसंधान करते हुए अनुसंधानक के द्वारा कांड में संलिप्त 02 (दो) साइबर अपराधकर्मियों को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया.
इस कांड में संलिप्त ICICI Bank A/c No- 353205500220 में अब तक एक साल में कुल 33,38,87,957/रु. (तैतीस करोड़ अड़तीस लाख सतासी हजार नौ सौ संतावन रुपये) का फ्राॅड ट्रांजेक्शन क्रेडिट हुआ है. जिसके विरूद्व में National Cyber Crime Reporting Portal के माध्यम से प्राप्त विवरणी के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा इत्यादी के कुल 38 शिकायतें हैं. वहीं ICICI Bank A/c No- 407405500214 खाता से अब तक एक साल में 1,35,12,137/रु. (एक करोड़ पैतीस लाख बारह हजार एक सौ सैतींस रुपये) का फ्राॅड ट्रांजेक्शन क्रेडिट हुआ है. जिसके विरूद्ध में National Cyber Crime Reporting Portal के माध्यम से प्राप्त विवरणी के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश इत्यादि के कुल 39 शिकायतें हैं.
राहुल त्रिपाठी उम्र लगभग 35 वर्ष, पिता स्व. उमेश त्रिपाठी, सा. बनिया मोहल्ला, सदर कैंट, पो- दिलकुशा, थाना- सदर कैंट, जिला-लखनऊ, उत्तर प्रदेश. वहीं दूसरा आरोपी देव प्रकाश उम्र लगभग 37 वर्ष, पिता- चंद्रेश कुमार, सा प्लाॅट नंबर 19, सीतापुर रोड, एसडी काॅनवेंट स्कूल प्रभातपुरम, थाना-अलीगंज, जिला- लखनऊ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. इनके पास से दो मोबाइल फोन, सिम- 04, आधार कार्ड- 01, पैनकार्ड- 01, चेकबुक- 01, एटीएम कार्ड- 01 बरामद किया गया. अभियुक्त के मोबाइल फोन से कांड में हुए ट्रांजेक्शन के साक्ष्य में व्हाट्सअप चैट मौजूद हैं.
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