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ग्लोबल स्किल रैंकिंग में भारत 87वें स्थान पर: रिपोर्ट - Global skill ranking

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 12, 2024, 10:16 PM IST

Updated : Jul 13, 2024, 11:49 AM IST

Global skill ranking: भारत में सीखने के लिए उत्सुक लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका असर पिछले वर्षों की तुलना में इसकी स्किल रैंकिंग पर पड़ सकता है. स्किल पर एक वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है और देश एक कॉम्पेटेटिव वर्कफोर्स का निर्माण कर रहा है. पढ़ें सौरभ शुक्ला का लेख.

India Ranked 87 in Global skill ranking
ग्लोबल स्किल रैंकिंग में भारत 87वें स्थान पर (सांकेतिक तस्वीर)

नई दिल्ली: भारत में नए शिक्षार्थियों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. यह बढ़ोतरी पिछले वर्षों की तुलना में स्किल रैंकिंग को प्रभावित कर सकती है. हालांकि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स में नामांकन स्थिर रहा है, लेकिन स्पेशलाइजेशन एनरोल्मेंट में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो डायवर्स कंटेंट में व्यापक रुचि को दर्शाता है. सामाजिक-सांस्कृतिक बाधाओं और एक्सेस संबंधी समस्याओं का सामना करने के बावजूद, भारत स्किल गैप को कम करने और कॉम्पेटेटिव फोर्स को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है.

छठी वार्षिक एनुअल स्किल रिपोर्ट में एआई साक्षरता को एक अहम ग्लोबल प्रायोरिटी के रूप में दर्शाया गया है. रिपोर्ट में GenAI, डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और ऑटोमैटेशन संचालित कई महत्वपूर्ण रुझानों को दर्शाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में ChatGPT की शुरुआत ने AI साक्षरता की दिशा में वैश्विक स्तर पर एक कदम बढ़ाया है.

पिछले एक साल में दुनिया भर में GenAI कोर्स में एनरोलमेंट में 1,060 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो कि फंडामेंटल AI स्किल की तलाश करने वाले शिक्षार्थियों द्वारा प्रेरित है. वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के चैटGPT के लिए प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग और गूगल क्लाउड द्वारा पेश किए गए "जेनरेटिव AI इंट्रोडेक्शन" जैसे कोर्स में महत्वपूर्ण रुचि और भागीदारी देखी गई.

ग्लोबल स्किल रैंकिंग
ग्लोबल स्किल रैंकिंग को देशों की स्थिति के आधार पर चार कैटेगरी में विभाजित किया गया है. इसमें सबसे पहले नंबर आता है अत्याधुनिक कैटगरी इसमें आपको मुख्य रूप से यूरोप, एशिया प्रशांत के कुछ हिस्सों और लैटिन अमेरिका के देश मिलेंगे.

इसके बाद नंबर है कॉम्पेटेटिल कैटेगरी का. इसमें मुख्य रूप से यूरोपीय देश, साथ ही लैटिन अमेरिका और एशिया प्रशांत के कुछ हिस्से शामिल हैं. इस कैटेगरी में तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश भी शामिल हैं.

वहीं, इमरजिंग कैटेगरी में उत्तरी अमेरिका, एशिया प्रशांत के कुछ हिस्सों, यूरोप और मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के देश शामिल हैं और आखिरी कैटेगरी यानी लैगिंग कैटेगरी में मुख्य रूप से एशिया प्रशांत, मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और उप-सहारा अफ्रीका के देश शामिल हैं.

भारत रैंकिंग में 87वें स्थान पर
रिपोर्ट के अनुसार भारत रैंकिंग में 87वें स्थान पर है, जो इसे स्किल के मामले में पिछड़ी कैटेगरी में रखता है. GenAI कोर्स के लिए एनरोल्मेंट में देश की उल्लेखनीय 1,648 फीसदी वृद्धि अत्याधुनिक तकनीक में मजबूत रुचि को दर्शाती है. यह प्रवृत्ति सरकार द्वारा AI में 1.2 बिलियन डॉलर के पर्याप्त निवेश से संबंधित है. शिक्षार्थी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और एप्लाइड मशीन लर्निंग में महारत हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य वेब डेवलपर, सॉफ़्टवेयर डेवलपर और मशीन लर्निंग इंजीनियर जैसी तकनीकी भूमिकाओं के लिए क्वालिफिकेशन हासिल करना है.

डिजिटल स्किल गैप की चुनौती
रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि 10 में से 9 से ज़्यादा नौकरियों के लिए अब कम से कम कुछ हद तक डिजिटल प्रोफिएंसी की जरूरत होती है. यूरोप में 70फीसदी व्यवसाय डिजिटल स्किल की कमी को निवेश के लिए एक बड़ी बाधा मानते हैं, जबकि 40 प्रतिशत वयस्कों के पास बुनियादी डिजिटल स्किल भी नहीं है. यह चुनौती सिर्फ यूरोप तक ही सीमित नहीं है. अध्ययन से पता चलता है कि कई क्षेत्रों में शिक्षार्थी आज के वर्कफोर्स में जरूरी डिजिटल स्किल की तुलना में ह्यूमन स्किल को प्राथमिकता दे रहे हैं.

प्रतिभा की कमी के बीच अहम साइबर सिक्योरिटी स्किल
रिपोर्ट के अनुसार साइबर सिक्योरिटी मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए अहम है, खासकर GenAI जैसी उभरती टेक्नोलॉजी से उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर. वैश्विक स्तर पर स्किल साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की मांग और उपलब्ध वर्क फोर्स के बीच अंतर बढ़ रहा है, जो साल-दर-साल 12.6 पर्सेंट बढ़ा है.

यूरोप में लगातार साइबर खतरों के बावजूद, पिछले साल की तुलना में साइबर सिक्योरिटी कोर्स के नामांकन में 5 प्रतिशत की गिरावट आई. दूसरी ओर, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में साइबर सुरक्षा नामांकन में 17 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो संभवतः साइबर सुरक्षा के लिए मंत्रिपरिषद की स्थापना जैसी सरकारी पहलों से प्रेरित है.

एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र में, जिसमें 49.2 मिलियन शिक्षार्थी हैं, जो कार्यशील आबादी का 3.9 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं. GenAI कोर्स में नामांकन में साल-दर-साल 1,270 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि तकनीकी दक्षता के प्रति क्षेत्र के समर्पण को दर्शाती है. भारत जैसे देश युवा, मोबाइल-प्रथम सीखने वाले जनसांख्यिकी को उजागर कर रहे हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है जो सक्रिय रूप से तकनीकी कौशल प्राप्त कर रही हैं.

बता दें कि वैश्विक कौशल रैंकिंग में, स्विटजरलैंड टॉप पर है, जबकि जापान और जर्मनी दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. चीन 36वें स्थान पर है, जबकि श्रीलंका 86वें स्थान पर है, पाकिस्तान 84वें स्थान पर है, बांग्लादेश 94वें स्थान पर है, और नेपाल 108वें स्थान पर है.

ग्लोबल स्किल रिपोर्ट वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कौशल और प्रमाण पत्र प्रवृत्तियों का गहन विश्लेषण प्रदान करती है. यह व्यापक रिपोर्ट कोर्सेरा के वैश्विक शिक्षण नेटवर्क से प्राप्त डेटा और दृष्टिकोण का उपयोग करती है.

भारत के टॉप स्किल कोर्स

1. HTML और CSS

2. एप्लाइड मशीन लर्निंग

3. पायथन प्रोग्रामिंग

4. रिग्रेशन

5. मशीन लर्निंग एल्गोरिदम

6. ब्लॉकचेन

7. वितरित कंप्यूटिंग

8. आर्किटेक्चर

9. प्रोग्रामिंग सिद्धांत

10. एल्गोरिदम

11. सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर

भारत की शीर्ष लक्ष्य भूमिकाएँ

1. वेब डेवलपर

2. नेटवर्क इंजीनियर

3. क्लाउड सुरक्षा इंजीनियर

4. सॉफ्टवेयर डेवलपर

5. मशीन लर्निंग इंजीनियर

6. सिक्योरिटीज और कमोडिटी ट्रेडर

7. डेटा इंजीनियर

8. डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर

9. मार्केटिंग एसोसिएट

10. डेटा विश्लेषक

भारत के टॉप टारगेट रोल

1. वेब डेवलपर

2. नेटवर्क इंजीनियर

3. क्लाउड सुरक्षा इंजीनियर

4. सॉफ़्टवेयर डेवलपर

5. मशीन लर्निंग इंजीनियर

6. सिक्योरिटीज़ और कमोडिटीज़ ट्रेडर

7. डेटा इंजीनियर

8. डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर

9. मार्केटिंग एसोसिएट

10. डेटा एनालिस्ट

भारत में राज्यवार स्किल रैंकिंग

1. पंजाब राज्य

2. चंडीगढ़

3. पश्चिम बंगाल

4. हरियाणा

5. हिमाचल प्रदेश राज्य

6. झारखंड राज्य

7. असम राज्य

8. महाराष्ट्र

9. कर्नाटक

10. तमिलनाडु

11. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली

12. गुजरात

13. उत्तर प्रदेश

14. आंध्र प्रदेश

15. राजस्थान

16. बिहार

17. छत्तीसगढ़

18. केरल

19. ओडिशा

20. मध्य प्रदेश

यह भी पढ़ें- जनगणना 2021 में देरी का प्रभाव, इसका समय से होना कितना जरूरी?

नई दिल्ली: भारत में नए शिक्षार्थियों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. यह बढ़ोतरी पिछले वर्षों की तुलना में स्किल रैंकिंग को प्रभावित कर सकती है. हालांकि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स में नामांकन स्थिर रहा है, लेकिन स्पेशलाइजेशन एनरोल्मेंट में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो डायवर्स कंटेंट में व्यापक रुचि को दर्शाता है. सामाजिक-सांस्कृतिक बाधाओं और एक्सेस संबंधी समस्याओं का सामना करने के बावजूद, भारत स्किल गैप को कम करने और कॉम्पेटेटिव फोर्स को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है.

छठी वार्षिक एनुअल स्किल रिपोर्ट में एआई साक्षरता को एक अहम ग्लोबल प्रायोरिटी के रूप में दर्शाया गया है. रिपोर्ट में GenAI, डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और ऑटोमैटेशन संचालित कई महत्वपूर्ण रुझानों को दर्शाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में ChatGPT की शुरुआत ने AI साक्षरता की दिशा में वैश्विक स्तर पर एक कदम बढ़ाया है.

पिछले एक साल में दुनिया भर में GenAI कोर्स में एनरोलमेंट में 1,060 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो कि फंडामेंटल AI स्किल की तलाश करने वाले शिक्षार्थियों द्वारा प्रेरित है. वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के चैटGPT के लिए प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग और गूगल क्लाउड द्वारा पेश किए गए "जेनरेटिव AI इंट्रोडेक्शन" जैसे कोर्स में महत्वपूर्ण रुचि और भागीदारी देखी गई.

ग्लोबल स्किल रैंकिंग
ग्लोबल स्किल रैंकिंग को देशों की स्थिति के आधार पर चार कैटेगरी में विभाजित किया गया है. इसमें सबसे पहले नंबर आता है अत्याधुनिक कैटगरी इसमें आपको मुख्य रूप से यूरोप, एशिया प्रशांत के कुछ हिस्सों और लैटिन अमेरिका के देश मिलेंगे.

इसके बाद नंबर है कॉम्पेटेटिल कैटेगरी का. इसमें मुख्य रूप से यूरोपीय देश, साथ ही लैटिन अमेरिका और एशिया प्रशांत के कुछ हिस्से शामिल हैं. इस कैटेगरी में तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश भी शामिल हैं.

वहीं, इमरजिंग कैटेगरी में उत्तरी अमेरिका, एशिया प्रशांत के कुछ हिस्सों, यूरोप और मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के देश शामिल हैं और आखिरी कैटेगरी यानी लैगिंग कैटेगरी में मुख्य रूप से एशिया प्रशांत, मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और उप-सहारा अफ्रीका के देश शामिल हैं.

भारत रैंकिंग में 87वें स्थान पर
रिपोर्ट के अनुसार भारत रैंकिंग में 87वें स्थान पर है, जो इसे स्किल के मामले में पिछड़ी कैटेगरी में रखता है. GenAI कोर्स के लिए एनरोल्मेंट में देश की उल्लेखनीय 1,648 फीसदी वृद्धि अत्याधुनिक तकनीक में मजबूत रुचि को दर्शाती है. यह प्रवृत्ति सरकार द्वारा AI में 1.2 बिलियन डॉलर के पर्याप्त निवेश से संबंधित है. शिक्षार्थी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और एप्लाइड मशीन लर्निंग में महारत हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य वेब डेवलपर, सॉफ़्टवेयर डेवलपर और मशीन लर्निंग इंजीनियर जैसी तकनीकी भूमिकाओं के लिए क्वालिफिकेशन हासिल करना है.

डिजिटल स्किल गैप की चुनौती
रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि 10 में से 9 से ज़्यादा नौकरियों के लिए अब कम से कम कुछ हद तक डिजिटल प्रोफिएंसी की जरूरत होती है. यूरोप में 70फीसदी व्यवसाय डिजिटल स्किल की कमी को निवेश के लिए एक बड़ी बाधा मानते हैं, जबकि 40 प्रतिशत वयस्कों के पास बुनियादी डिजिटल स्किल भी नहीं है. यह चुनौती सिर्फ यूरोप तक ही सीमित नहीं है. अध्ययन से पता चलता है कि कई क्षेत्रों में शिक्षार्थी आज के वर्कफोर्स में जरूरी डिजिटल स्किल की तुलना में ह्यूमन स्किल को प्राथमिकता दे रहे हैं.

प्रतिभा की कमी के बीच अहम साइबर सिक्योरिटी स्किल
रिपोर्ट के अनुसार साइबर सिक्योरिटी मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने के लिए अहम है, खासकर GenAI जैसी उभरती टेक्नोलॉजी से उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर. वैश्विक स्तर पर स्किल साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की मांग और उपलब्ध वर्क फोर्स के बीच अंतर बढ़ रहा है, जो साल-दर-साल 12.6 पर्सेंट बढ़ा है.

यूरोप में लगातार साइबर खतरों के बावजूद, पिछले साल की तुलना में साइबर सिक्योरिटी कोर्स के नामांकन में 5 प्रतिशत की गिरावट आई. दूसरी ओर, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में साइबर सुरक्षा नामांकन में 17 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जो संभवतः साइबर सुरक्षा के लिए मंत्रिपरिषद की स्थापना जैसी सरकारी पहलों से प्रेरित है.

एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र में, जिसमें 49.2 मिलियन शिक्षार्थी हैं, जो कार्यशील आबादी का 3.9 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं. GenAI कोर्स में नामांकन में साल-दर-साल 1,270 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि तकनीकी दक्षता के प्रति क्षेत्र के समर्पण को दर्शाती है. भारत जैसे देश युवा, मोबाइल-प्रथम सीखने वाले जनसांख्यिकी को उजागर कर रहे हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है जो सक्रिय रूप से तकनीकी कौशल प्राप्त कर रही हैं.

बता दें कि वैश्विक कौशल रैंकिंग में, स्विटजरलैंड टॉप पर है, जबकि जापान और जर्मनी दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. चीन 36वें स्थान पर है, जबकि श्रीलंका 86वें स्थान पर है, पाकिस्तान 84वें स्थान पर है, बांग्लादेश 94वें स्थान पर है, और नेपाल 108वें स्थान पर है.

ग्लोबल स्किल रिपोर्ट वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कौशल और प्रमाण पत्र प्रवृत्तियों का गहन विश्लेषण प्रदान करती है. यह व्यापक रिपोर्ट कोर्सेरा के वैश्विक शिक्षण नेटवर्क से प्राप्त डेटा और दृष्टिकोण का उपयोग करती है.

भारत के टॉप स्किल कोर्स

1. HTML और CSS

2. एप्लाइड मशीन लर्निंग

3. पायथन प्रोग्रामिंग

4. रिग्रेशन

5. मशीन लर्निंग एल्गोरिदम

6. ब्लॉकचेन

7. वितरित कंप्यूटिंग

8. आर्किटेक्चर

9. प्रोग्रामिंग सिद्धांत

10. एल्गोरिदम

11. सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर

भारत की शीर्ष लक्ष्य भूमिकाएँ

1. वेब डेवलपर

2. नेटवर्क इंजीनियर

3. क्लाउड सुरक्षा इंजीनियर

4. सॉफ्टवेयर डेवलपर

5. मशीन लर्निंग इंजीनियर

6. सिक्योरिटीज और कमोडिटी ट्रेडर

7. डेटा इंजीनियर

8. डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर

9. मार्केटिंग एसोसिएट

10. डेटा विश्लेषक

भारत के टॉप टारगेट रोल

1. वेब डेवलपर

2. नेटवर्क इंजीनियर

3. क्लाउड सुरक्षा इंजीनियर

4. सॉफ़्टवेयर डेवलपर

5. मशीन लर्निंग इंजीनियर

6. सिक्योरिटीज़ और कमोडिटीज़ ट्रेडर

7. डेटा इंजीनियर

8. डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर

9. मार्केटिंग एसोसिएट

10. डेटा एनालिस्ट

भारत में राज्यवार स्किल रैंकिंग

1. पंजाब राज्य

2. चंडीगढ़

3. पश्चिम बंगाल

4. हरियाणा

5. हिमाचल प्रदेश राज्य

6. झारखंड राज्य

7. असम राज्य

8. महाराष्ट्र

9. कर्नाटक

10. तमिलनाडु

11. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली

12. गुजरात

13. उत्तर प्रदेश

14. आंध्र प्रदेश

15. राजस्थान

16. बिहार

17. छत्तीसगढ़

18. केरल

19. ओडिशा

20. मध्य प्रदेश

यह भी पढ़ें- जनगणना 2021 में देरी का प्रभाव, इसका समय से होना कितना जरूरी?

Last Updated : Jul 13, 2024, 11:49 AM IST
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