लोगों में इन दिनों पालतू पशुओं को अपने घर में पालने का चलन तेजी से बढ़ा है. इसमें ज्यादातर लोग कुत्ता, बिल्ली, खरगोश पालते हैं. इसके अलावा कुछ लोग अपने घरों में गाय रखना भी पसंद करते हैं. इन सभी पशुओं का विशेष ख्याल रखा जाता है, लेकिन कई बार जाने अनजाने में मनुष्यों द्वारा की गई गलती का खामियाजा पशुओं के स्वास्थ्य को उठाना पड़ता है. खासकर पालतू पशुओं को नहलाने के दौरान विशेष सावधानी रखनी होती है.
यदि सावधानी नहीं रखी गई तो उसका असर पालतू पशुओं के शरीर और स्वास्थ्य पर बड़ा पड़ता है. यह गलती इतना खतरनाक हो सकता है कि उनकी जान भी जा सकती है. इस विषय पर और अधिक जानने के लिए ईटीवी भारत ने पशु चिकित्सक डॉक्टर संजय जैन बातचीत की और जानने की कोशिश कि आखिर पालतू पशुओं को नहलाते समय लोगों को किन बातों का ख्याल रखनी चाहिए.
पशु चिकित्सक का क्या है कहना?
पशु चिकित्सक डॉ संजय जैन का कहना है कि हमारा जीवन टेंपरेट जोन कहलाता है, यानी कि अधिक गर्मी वाली जगह. वही विदेश में ठंडा प्रदेश है, दोनों जगह की स्थिति अलग-अलग होती है. ऐसे में हमारे यहां और विदेश के पालतू पशुओं के देखभाल में काफी अंतर होता है. कौन से पालतू पशु किस वातावरण रहते हैं उसे ध्यान में रखकर वैसी ही स्थिति और माहौल उनको देनी चाहिए ,लेकिन लोग अपने पसंद और अपने तरीके के हिसाब से उन बेजुबान को नहलाते है, यदि पालतू पशुओं को उनके अनुसार नहीं रखा जाएगा, तो वह ज्यादा दिन तक जीवित रहेंगे.
डॉग को नहलाने का क्या है तरीका?
डॉग को नहलाने को लेकर डॉ संजय जैन ने बताया कि विदेश में चार-पांच महीने लोग डॉग को बाथ नही देते है, लेकिन ग्रूमिंग ब्रश रेगुलर करते हैं . हमारे यहां ठंड के मौसम में डॉग को हफ्ते में एक या दो बार ही नहलाना चाहिए. वही बारिश में जब तक मौसम ना खुले, तब तक डॉग को नहीं नहलाना चाहिए. यदि बारिश में डॉग को नहलाना बहुत जरूरी हो, तो उस पर नहलाने के बाद ड्राय जरूर चलना चाहिए. गर्मी के दिनों में डॉग को सुबह-शाम दोनों समय पानी डालना पड़ता है. भले ही शैंपू हफ्ते में एक बार ही क्यों ना करें.
दिन में दो बार गर्मी के मौसम में डॉग को पानी देना जरूरी है. यदि ऐसा नहीं किया ,तो वह गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाएगा, भले उसे एसी में ही क्यों ना रखा जाए, लेकिन उसे नहलाना जरूरी है. यह मौसम के अनुसार निर्धारित करना होता है. पेट्स को ब्रश और ग्रूमिंग जरूर करना चाहिए. बड़े बाल वाले डॉग को दिन में दो बार ग्रूमिंग करनी चाहिए. छोटे बाल वालों को दिन में एक बार ब्रश करना चाहिए. इसका दौहरा फायदा है , पहला बाल उलझेगा नहीं, और दूसरा टूटे हुए बाल डस्ट डैंड्रफ यह सब ब्रश करने से निकल आते हैं. इससे डॉग के बाल शरीर से गिरकर घर में इधर उधर नहीं बिखरता है.
बिल्लियों को नहलाने का क्या है तरीका?
वही डॉक्टर जनरल ने बताया कि बिल्लियों को भी हफ्ते में एक बार बाथ दिया जाना काफी होता है. यह बात शैंपू के साथ दिया जा सकता है. लेकिन ब्रश रोज करने की जरूरत है, यदि बड़े बाल वाली बिल्लियां पाल रहे हैं ,तो बड़े बाल वाली बिल्लियों को दिन में दो बार कंगी करना चाहिए. यदि ऐसा नहीं किया तो उनके बाल एक दूसरे में उलझ जाते हैं. लट पड़ जाती है, वह स्किन को खींचने लगते हैं , जिससे शरीर में पेन होगा ,यदि ऐसा हुआ तो पूरे बालों को जीरो कटिंग, या फिर साफ करने की नॉबत आ जाएगी.
खरगोश को नहलाने का क्या है तरीका?
वहीं खरगोश को लेकर डॉक्टर संजय जैन ने कहा कि खरगोश को बाथ मौसम के हिसाब से देना चाहिए, और धूप निकलने के बाद ही देना चाहिए. कोशिश करना चाहिए कि आसपास से छोटा गड्ढा हो या फिर टब में पानी हो, वहां उसे छोड़ दिया जाए और वह खुद उसमें जाकर नहा कर आ सकता है. कई बार ऐसा देखने को मिला है कि लोग खरगोश को नहलाते हैं, और उसके बाद खरगोश खाना छोड़ देता है. ऐसा इसलिए क्योंकि उसका टेंपरेचर डाउन हो जाता है. उसे निमोनिया हो जाता है और ऐसी स्थिति में उपचार के बाद भी वह बच जाएं, यह जरूरी नहीं है.
गाय को नहलाने का क्या है तरीका?
वही गाय रखने का भी चलन अब तेजी से बढ़ा है , लोग घरों में गाय भी पालन शुरू कर दिए. ऐसे में गायों के नहाने को लेकर डॉक्टर संजय जैन ने कहा कि उसे रोज नहलाना चाहिए. क्योंकि उसका दूध हम भी पीते हैं, साथ में बच्चे पीते हैं. ऐसे में गाय की साफ सफाई बहुत जरूरी है. जिससे हमें भी साफ सुथरा दूध मिले. उससे हमें दूध के द्वारा कोई परेशानी ना हो ,साथ यदि थन साफ रहता है, तो गाय को थन से संबंधित अन्य कोई बीमारी से बचाया जा सकता है.