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अमेरिका ने मिडिल-ईस्ट में युद्धपोत, लड़ाकू विमानों को भेजने का फैसला लिया, बढ़ा तनाव - US ships jets Middle East

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 3, 2024, 9:19 AM IST

US sends ships jets to Middle East: हमास के बड़े नेता इस्माइल हनिया की हत्या के बाद मिडिल-ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. ईरान ने इजराइल को खुली चुनौती दी है. हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने मिडिल-ईस्ट में अपनी सैन्य उपस्थिति को बढ़ाने का फैसला लिया है.

US sending warships Middle East
युद्धपोत (प्रतीकात्मक फोटो) (ANI)

तेल अवीव: अमेरिका ने अपने दोस्त इजराइल की हिफाजत के लिए बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. अमेरिका ने अपनी शक्तिशाली युद्धपोतों, बैलेस्टिक मिसाइल और लड़ाकू विमानों को मिडिल-ईस्ट में तैनात करने के आदेश दिया है. इससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है. यह कदम ईरान की धमकियों के बाद उठाया गया है. ईरान ने इजराइल को सीधे तौर पर चेतानवी दी है.

अमेरिका मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाकर इजराइल की रक्षा सुनिश्चित करना चाहता है. इसी सिलसिले में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने विमान वाहक पोतों में भी फेरबदल का आदेश दिया है. पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने इस संबंध में जारी बयान में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रुप यूएसएस नामक पोत को थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप पोत की जगह लेने का आदेश दिया गया है. यह वर्तमान में ओमान की खाड़ी में तैनात है.

इस सप्ताह की शुरुआत में तेहरान में हमास के एक वरिष्ठ नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका मिडिल-ईस्ट में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है. इसके लिए वह एक लड़ाकू विमान वाहक हमला समूह, लड़ाकू विमानों और अतिरिक्त युद्धपोतों को तैनात कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा में सक्षम विध्वंसक और क्रूजर भी मिडिल-ईस्ट और भूमध्य सागर में भेजे जाएंगे.

उप प्रेस सचिव के बयान में यह नहीं बताया गया है कि कौन से युद्धपोत भेजे गए हैं, लेकिन पूर्वी भूमध्य सागर में दो अमेरिकी विध्वंसक जहाजों ने अप्रैल में इजराइल के खिलाफ ईरान द्वारा किए गए हमलों को रोकने में भाग लिया था. सिंह ने आगे कहा, 'ऑस्टिन ने क्षेत्र में एक लड़ाकू स्क्वाड्रन की तैनाती का भी आदेश दिया है.'

अमेरिका पहले से ही इस क्षेत्र में कई अत्याधुनिक युद्धपोत तैनात कर रखा है. ये आदेश मिलने पर लेबनान में अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सक्षम है. ईरान ने तेहरान में हमास के बड़े नेता इस्माइल हनिया की हत्या के लिए इजराइल पर हमला करने की कसम खाई है. इजराइल ने हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है. दो अगस्त को कतर की एक मस्जिद में हमास नेता के अंतिम संस्कार के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुए.

शोक व्यक्त करने वाले लोग खाड़ी अमीरात की सबसे बड़ी इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब मस्जिद के अंदर अंतिम संस्कार की नमाज अदा करने के लिए कतार में खड़े थे, जबकि अन्य लोगों ने 44 डिग्री सेल्सियस तापमान में बाहर चटाई पर नमाज अदा की. शोक व्यक्त करने वालों में खालिद मेशाल भी शामिल थे, जिन्हें हमास का नया नेता माना जा रहा है.

ईरान और हमास ने इस हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है. इजराइल गाजा पट्टी में हमास के साथ युद्धरत है. इजराइल हनिया की हत्या की बात पर मौन है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने गुरुवार को तेहरान में हानिया के लिए एक सार्वजनिक अंतिम संस्कार समारोह का नेतृत्व किया. इससे पहले कि ताबूत को दोहा ले जाया गया, और हानिया की हत्या के लिए कठोर दंड की धमकी दी.

ये भी पढ़ें- ईरान के हमले से इजराइल की रक्षा के लिए अमेरिका भेजेगा सैनिक, बाइडेन और नेतन्याहू ने फोन पर की बात

तेल अवीव: अमेरिका ने अपने दोस्त इजराइल की हिफाजत के लिए बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. अमेरिका ने अपनी शक्तिशाली युद्धपोतों, बैलेस्टिक मिसाइल और लड़ाकू विमानों को मिडिल-ईस्ट में तैनात करने के आदेश दिया है. इससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है. यह कदम ईरान की धमकियों के बाद उठाया गया है. ईरान ने इजराइल को सीधे तौर पर चेतानवी दी है.

अमेरिका मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाकर इजराइल की रक्षा सुनिश्चित करना चाहता है. इसी सिलसिले में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने विमान वाहक पोतों में भी फेरबदल का आदेश दिया है. पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने इस संबंध में जारी बयान में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रुप यूएसएस नामक पोत को थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप पोत की जगह लेने का आदेश दिया गया है. यह वर्तमान में ओमान की खाड़ी में तैनात है.

इस सप्ताह की शुरुआत में तेहरान में हमास के एक वरिष्ठ नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका मिडिल-ईस्ट में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है. इसके लिए वह एक लड़ाकू विमान वाहक हमला समूह, लड़ाकू विमानों और अतिरिक्त युद्धपोतों को तैनात कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा में सक्षम विध्वंसक और क्रूजर भी मिडिल-ईस्ट और भूमध्य सागर में भेजे जाएंगे.

उप प्रेस सचिव के बयान में यह नहीं बताया गया है कि कौन से युद्धपोत भेजे गए हैं, लेकिन पूर्वी भूमध्य सागर में दो अमेरिकी विध्वंसक जहाजों ने अप्रैल में इजराइल के खिलाफ ईरान द्वारा किए गए हमलों को रोकने में भाग लिया था. सिंह ने आगे कहा, 'ऑस्टिन ने क्षेत्र में एक लड़ाकू स्क्वाड्रन की तैनाती का भी आदेश दिया है.'

अमेरिका पहले से ही इस क्षेत्र में कई अत्याधुनिक युद्धपोत तैनात कर रखा है. ये आदेश मिलने पर लेबनान में अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सक्षम है. ईरान ने तेहरान में हमास के बड़े नेता इस्माइल हनिया की हत्या के लिए इजराइल पर हमला करने की कसम खाई है. इजराइल ने हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है. दो अगस्त को कतर की एक मस्जिद में हमास नेता के अंतिम संस्कार के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुए.

शोक व्यक्त करने वाले लोग खाड़ी अमीरात की सबसे बड़ी इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब मस्जिद के अंदर अंतिम संस्कार की नमाज अदा करने के लिए कतार में खड़े थे, जबकि अन्य लोगों ने 44 डिग्री सेल्सियस तापमान में बाहर चटाई पर नमाज अदा की. शोक व्यक्त करने वालों में खालिद मेशाल भी शामिल थे, जिन्हें हमास का नया नेता माना जा रहा है.

ईरान और हमास ने इस हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है. इजराइल गाजा पट्टी में हमास के साथ युद्धरत है. इजराइल हनिया की हत्या की बात पर मौन है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने गुरुवार को तेहरान में हानिया के लिए एक सार्वजनिक अंतिम संस्कार समारोह का नेतृत्व किया. इससे पहले कि ताबूत को दोहा ले जाया गया, और हानिया की हत्या के लिए कठोर दंड की धमकी दी.

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