संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को गाजा में तत्काल युद्धविराम और इज़राइल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों की बिना शर्त रिहाई के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक्स पर पोस्ट किया, 'सुरक्षा परिषद ने गाजा पर एक लंबे समय से प्रतीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें तत्काल युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की गई है. इस प्रस्ताव को लागू किया जाना चाहिए. विफलता अक्षम्य होगी.' अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, मसौदा प्रस्ताव को अल्जीरिया, गुयाना, इक्वाडोर, जापान, माल्टा, मोजाम्बिक, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया, दक्षिण कोरिया और स्विट्जरलैंड सहित अंतर्राष्ट्रीय मंच के 12 गैर-स्थायी सदस्यों द्वारा आगे रखा गया था.
युद्धविराम की मांग करने वाला मसौदा प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में मोजाम्बिक के राजदूत पेड्रो कोमिसारियो अफोंसो द्वारा पेश किया गया था, जिन्होंने कहा, 'हम इस मसौदा प्रस्ताव पर और गाजा पट्टी पर विनाशकारी स्थिति को समाप्त करने के लिए इस परिषद के सभी सदस्यों के प्रयासों और इनपुट के लिए गहरी सराहना व्यक्त करते है.'
उन्होंने कहा, 'गाजा की स्थिति पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है. वास्तव में, गाजा पट्टी में संघर्ष का बढ़ना और इसके विनाशकारी परिणाम अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक स्पष्ट खतरा हैं.' अल जज़ीरा ने बताया कि स्थायी सदस्यों रूस और चीन द्वारा बिना शर्त, तत्काल युद्धविराम का आग्रह नहीं करने के लिए शुक्रवार को अमेरिकी मसौदा प्रस्ताव को वीटो करने के बाद यह प्रस्ताव पारित किया गया था और निकाय के गैर-स्थायी देशों द्वारा तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हुए प्रस्ताव फिर से पेश किया गया था.चूंकि रमज़ान अगले महीने समाप्त हो रहा है, इसलिए संघर्ष विराम की मांग केवल दो सप्ताह तक चलेगी.
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