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द. कोरिया: राष्ट्रपति ने रक्षा प्रमुख को हटाया, संसद में महाभियोग पर मतदान की तैयारी - SOUTH KOREA PARLIAMENT IMPEACHMENT

दक्षिण कोरिया में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. अब राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग पर मतदान की तैयारी की जा रही है.

South Korea Yoon replaces defense chief
दक्षिण कोरिया में राजनीतिक अस्थिरता (प्रतीकात्मक फोटो) (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 5, 2024, 9:56 AM IST

सियोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने गुरुवार को अपने रक्षा मंत्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. जबकि विपक्षी दलों ने सियोल की सड़कों पर सशस्त्र सैनिकों को लाने वाले आश्चर्यजनक लेकिन अल्पकालिक मार्शल लॉ को लेकर दोनों के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की थी.

मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य छोटे विपक्षी दलों ने बुधवार को राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ पिछली रात मार्शल लॉ की घोषणा के लिए महाभियोग प्रस्ताव पेश किया. मार्शल लॉ लगभग छह घंटे तक चला, क्योंकि नेशनल असेंबली ने राष्ट्रपति के फैसले को खारिज करने के लिए तुरंत मतदान किया. इसके कारण उनके मंत्रिमंडल को बुधवार को दिन निकलने से पहले ही इसे हटाना पड़ा.

राष्ट्रपति यून सुक-योल के कार्यालय ने बताया कि गुरुवार को यून सुक-योल ने रक्षा मंत्री किम योंग ह्युन के स्थान पर चोई ब्युंग ह्युक को नियुक्त किया. वे एक रिटायर्ड जनरल हैं और सऊदी अरब में दक्षिण कोरिया के राजदूत हैं. यून सुक-योल की ओर से कोई और टिप्पणी नहीं की गई. राष्ट्रपति यून सुक-योल ने अपने संबोधन में मार्शल लॉ को हटाने की घोषणा की थी, हालांकि इससे पहले इसे लागू किया था.

उसके बाद से वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखे हैं. इससे पहले विपक्षी दलों ने रक्षा मंत्री किम के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए एक अलग प्रस्ताव पेश किया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने यून सुक-योल को मार्शल लॉ लगाने की सिफारिश की थी. बुधवार को रक्षा मंत्री किम ने इस्तीफा देने की पेशकश की और व्यवधान पैदा करने और जनता को परेशान करने के लिए माफी मांगी.

रक्षा मंत्रालय के अनुसार किम ने कहा, 'मार्शल लॉ से संबंधित कर्तव्यों का पालन करने वाले सभी सैनिक मेरे निर्देशों पर काम कर रहे थे और सारी जिम्मेदारी मेरी है.' राष्ट्रपति यून सुक-योल पर महाभियोग प्रस्ताव गुरुवार को संसद के पूर्ण अधिवेशन में पेश किया गया. इसका अर्थ है कि इस पर शुक्रवार और रविवार के बीच मतदान हो सकता है.

कानून के अनुसार अगर संसद में पेश किए जाने के 72 घंटों के भीतर इस प्रस्ताव पर मतदान नहीं होता है तो इसे रद्द कर दिया जाएगा. नेशनल असेंबली के अधिकारियों के अनुसार अगर मौजूदा प्रस्ताव को रद्द कर दिया जाता है या वोट से खारिज कर दिया जाता है तो विपक्षी दल नया महाभियोग प्रस्ताव पेश कर सकते हैं.

राष्ट्रपति यून सुक-योल के महाभियोग की संभावनाएं स्पष्ट नहीं हैं क्योंकि यून सुक-योल की सत्तारूढ़ रूढ़िवादी पीपुल्स पावर पार्टी ने गुरुवार को प्रस्ताव के पारित होने का विरोध करने का फैसला किया है. पीपीपी के फ्लोर लीडर चू क्यूंग-हो ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी प्रस्ताव के पारित होने का विरोध करने के तरीके पर निर्णय लेने के लिए एक और बैठक करेगी. पर्यवेक्षकों का कहना है कि पीपीपी सदस्य फ्लोर वोट का बहिष्कार कर सकते हैं या प्रस्ताव के खिलाफ मतदान कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- दक्षिण कोरिया: सांसदों ने बहुमत से राष्ट्रपति के मार्शल लॉ के फैसले को पलटा

सियोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने गुरुवार को अपने रक्षा मंत्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. जबकि विपक्षी दलों ने सियोल की सड़कों पर सशस्त्र सैनिकों को लाने वाले आश्चर्यजनक लेकिन अल्पकालिक मार्शल लॉ को लेकर दोनों के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की थी.

मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य छोटे विपक्षी दलों ने बुधवार को राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ पिछली रात मार्शल लॉ की घोषणा के लिए महाभियोग प्रस्ताव पेश किया. मार्शल लॉ लगभग छह घंटे तक चला, क्योंकि नेशनल असेंबली ने राष्ट्रपति के फैसले को खारिज करने के लिए तुरंत मतदान किया. इसके कारण उनके मंत्रिमंडल को बुधवार को दिन निकलने से पहले ही इसे हटाना पड़ा.

राष्ट्रपति यून सुक-योल के कार्यालय ने बताया कि गुरुवार को यून सुक-योल ने रक्षा मंत्री किम योंग ह्युन के स्थान पर चोई ब्युंग ह्युक को नियुक्त किया. वे एक रिटायर्ड जनरल हैं और सऊदी अरब में दक्षिण कोरिया के राजदूत हैं. यून सुक-योल की ओर से कोई और टिप्पणी नहीं की गई. राष्ट्रपति यून सुक-योल ने अपने संबोधन में मार्शल लॉ को हटाने की घोषणा की थी, हालांकि इससे पहले इसे लागू किया था.

उसके बाद से वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखे हैं. इससे पहले विपक्षी दलों ने रक्षा मंत्री किम के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए एक अलग प्रस्ताव पेश किया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने यून सुक-योल को मार्शल लॉ लगाने की सिफारिश की थी. बुधवार को रक्षा मंत्री किम ने इस्तीफा देने की पेशकश की और व्यवधान पैदा करने और जनता को परेशान करने के लिए माफी मांगी.

रक्षा मंत्रालय के अनुसार किम ने कहा, 'मार्शल लॉ से संबंधित कर्तव्यों का पालन करने वाले सभी सैनिक मेरे निर्देशों पर काम कर रहे थे और सारी जिम्मेदारी मेरी है.' राष्ट्रपति यून सुक-योल पर महाभियोग प्रस्ताव गुरुवार को संसद के पूर्ण अधिवेशन में पेश किया गया. इसका अर्थ है कि इस पर शुक्रवार और रविवार के बीच मतदान हो सकता है.

कानून के अनुसार अगर संसद में पेश किए जाने के 72 घंटों के भीतर इस प्रस्ताव पर मतदान नहीं होता है तो इसे रद्द कर दिया जाएगा. नेशनल असेंबली के अधिकारियों के अनुसार अगर मौजूदा प्रस्ताव को रद्द कर दिया जाता है या वोट से खारिज कर दिया जाता है तो विपक्षी दल नया महाभियोग प्रस्ताव पेश कर सकते हैं.

राष्ट्रपति यून सुक-योल के महाभियोग की संभावनाएं स्पष्ट नहीं हैं क्योंकि यून सुक-योल की सत्तारूढ़ रूढ़िवादी पीपुल्स पावर पार्टी ने गुरुवार को प्रस्ताव के पारित होने का विरोध करने का फैसला किया है. पीपीपी के फ्लोर लीडर चू क्यूंग-हो ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी प्रस्ताव के पारित होने का विरोध करने के तरीके पर निर्णय लेने के लिए एक और बैठक करेगी. पर्यवेक्षकों का कहना है कि पीपीपी सदस्य फ्लोर वोट का बहिष्कार कर सकते हैं या प्रस्ताव के खिलाफ मतदान कर सकते हैं.

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