रियाद : सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) की रेगिस्तान में आधुनिक और हाईटेक शहर बसाने की निओम परियोजना अधर में पड़ गई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब ने दुनिया भर में चर्चित निओम प्रोजेक्ट (Neom Project) को आंशिक रूप से रोक दिया है. इस परियोजना के तहत 170 किलोमीटर लंबी सीधी रेखा (लीनियर स्मार्ट सिटी) में मेगा सिटी बनाना है, जिसका नाम 'द लाइन' रखा गया है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने काफी हद तक तेल पर निर्भर सऊदी की अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए विजन 2030 की घोषणा की थी. फ्यूचरिस्टिक डेजर्ट सिटी परियोजना इसका प्रमुख हिस्सा थी.
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब सरकार ने निओम परियोजना के तहत द लाइन (The Line) में 15 लाख लोगों को घर देने का लक्ष्य रखा था. भविष्य की चुनौतियों और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए द लाइन का विकास किया जाना है. लेकिन अधिकारियों का मानना है कि 2030 तक इसमें तीन लाख से भी कम लोग रहेंगे.
सऊदी के अधिकारियों ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर ब्लूमबर्ग को बताया कि 2030 तक परियोजना का सिर्फ 2.4 किलोमीटर हिस्सा ही पूरा हो पाएगा. जबकि प्रस्तावित परियोजना के तहत 170 किलोमीटर में शहर विकसित किया जाना था. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक ठेकेदार ने परियोजना पर काम कर रहे अपने श्रमिकों को हटाना शुरू कर दिया है.
क्राउन प्रिंस एमबीएस का लक्ष्य लाल सागर तट पर 1.5 ट्रिलियन डॉलर की निओम परियोजना से सऊदी अरब को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है. इसके तहत सऊदी अरब में भविष्य को देखते हुए इको-सिटी बसाने की योजना है, पर्यावरण के अनुकूल होगा. इस में औद्योगिक शहर, बंदरगाह और पर्यटन केंद्र जैसे कई घटक शामिल हैं. इसके साथ ही सऊदी 2029 में यहां एशियन विंटर गेम्स की मेजबानी करने वाला है, जिसमें ट्रोजेना नाम का एक पहाड़ी रिसॉर्ट शामिल है.
विजन 2030 के तहत लाल सागर में एक द्वीप को लक्जरी पर्यटन स्थल में बदला जा रहा है, जिसे सिंदलाह (Sindalah) के नाम से जाना जाता है, जो इस साल खुलने वाला है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब के धन कोष ने अभी तक 2024 के लिए निओम के बजट को मंजूरी नहीं दी है, जिसके कारण द लाइन से जुड़े लक्ष्यों को फिर से तैयार किया गया है.
जानकारों का कहना है कि सऊदी अरब घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने में मदद करने के लिए विजन 2030 की प्रतिबद्धताओं में देरी कर रहा है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सऊदी अरब में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में भारी वृद्धि हुई है. 2023 की चौथी तिमाही में एफडीआई 3.49 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि वास्तविक एफडीआई सऊदी सरकार की उम्मीदों से कम रहा है.
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