मॉस्को: रूस में रविवार को राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो गई. इसमें राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारी मतों से विजयी हुए हैं. पुतिन को 88 फीसदी वोट मिले हैं. इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. यूक्रेन हमले के बाद से ही उनकी जीत की दावेदारी प्रबल हो गई थी. रूस में राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन की जीत लगभग तय माना जा रहा था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्हें चुनाव में भारी मत मिले हैं. रिपोर्ट के अनुसार पुतिन को 88 फीसदी वोट मिले हैं. इस चुनावी मैदान में पुतीन को चुनौती देने वाला कोई खास उम्मीदवार नहीं था. हालांकि, आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि विपक्ष को दबा दिया गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जीत हासिल की. इस पर कभी संदेह नहीं था. आंशिक चुनाव परिणामों से पता चला कि विपक्ष में केवल सांकेतिक चुनौती देने वाले थे. इस तरह पुतिन ने आसानी से पांचवां कार्यकाल हासिल कर लिया. ऐसे में वह छह साल और शासन कर पाएंगे.
जानकारी के अनुसार चुनाव के आखिरी दिन रविवार को दोपहर में मतदान केंद्रों के बाहर भारी भीड़ देखी गई. पुतिन ने शुरुआती नतीजों को अपने प्रति 'विश्वास' और 'आशा' के संकेत के रूप में सराहा - जबकि आलोचकों ने उन्हें चुनाव की पूर्वनिर्धारित प्रकृति का एक और प्रतिबिंब माना. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने एक्स पर लिखा, 'यूक्रेनी क्षेत्र पर चुनाव के अवैध आयोजन, मतदाताओं के लिए विकल्प की कमी और कोई स्वतंत्र ओएससीई निगरानी नहीं होने के कारण रूस में चुनाव समाप्त हो गए हैं. यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव जैसा नहीं दिखता है.' बता दें कि पुतिन एक पूर्व केजीबी लेफ्टिनेंट कर्नल रहे हैं. वह पहली बार 1999 में सत्ता में आए थे. राष्ट्रपति के रूप में यह उनका 5वां कार्यकाल होगा.