मास्को : राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवलनी की जेल में मौत हो गई. इससे पहले वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी. एक समय में वह पुतिन के करीबियों में शुमार होते थे. लेकिन जब पुतिन ने प्रिगोझिन के लड़ाकों को रूसी सेना में शामिल करने की घोषणा की, प्रिगोझिन नाराज हो गए. उन्होंने सैन्य विद्रोह कर दिया. यहां तक कि उन्होंने मॉस्को को घेरने तक की योजना बना ली थी. उनकी सेना आगे भी बढ़ी. लेकिन पुतिन ने किसी तरह से बाजी पलट दी. उन्होंने प्रिगोझिन को देश निकाला दे दिया.
रूस के एक बड़े व्यवसायी थे- पावेल एंटोव. पावेल ने रूस द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव पर बमबारी की आलोचना की थी. बाद में जब रूसी सरकार ने स्पष्टीकरण मांगा, तो उन्होंने अपनी आलोचना वापस ले ली थी. हालांकि, वह देश से बाहर चले गए. 2022 में ओडिशा के रायगढ़ा के एक होटल में वह मृत पाए गए. उनकी मौत किस तरह से हुई, अभी तक किसी को पता नहीं है.
रूस की एक तेल कंपनी है- लुकोइल. इस कंपनी के चेयरमैन थे रवील मगानोव. इनका भी पुतिन के साथ यूक्रेन पर हुए हमले को लेकर ही विवाद हुआ था. मगानोव का एक बयान मीडिया में आया था, इसमें उन्होंने कहा था कि यूक्रेन युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करना चाहिए, इसे लंबा खींचना रूस के लिए ठीक नहीं होगा. उनके इस बयान के बाद सितंबर 2022 में उन्हें भी एक होटल के बाहर मृत पाया गया. मीडिया में यह खबर प्रकाशित हुई कि वह होटल की एक खिड़की से गिर गए थे.
रूस के एक और व्यवसायी थे- डैन रैपोपोर्ट. डैन ने खुलकर यूक्रेन के पक्ष में बयान जारी किया था. डैन ने रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस ही आलोचना की थी. अगस्त 2022 में डैन वाशिंगटन में मृत पाए गए. जिस जगह पर उनकी बॉडी मिली थी, वहां से 25 हजार डॉलर कैश भी बरामद हुए थे.
पुतिन के आलोचकों में एक और नाम था- बोरिस नेमत्सोव का. नेमत्सोव रूस के उप प्रधानमंत्री रह चुके थे. बोरिस ने कहा था कि पुतिन रूस के व्यवसायियों के हाथों की कठपुतली हैं. बोरिस के अनुसार पुतिन अपने पंसदीदा उद्योगपतियों का बहुत अधिक फेवर करते हैं. उनके इस बयान के बाद ही उन्हें गोली मार दी गई. 2015 में उस समय उनको गोली मारी गई थी, जब वह रेस्तरां से घर लौट रहे थे.