काठमांडू : नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने यूक्रेन में लड़ने के लिए रूसी सेना में भर्ती होने के बाद मॉस्को में नेपाली युवाओं को होने वाली परेशानियों पर रविवार को चिंता व्यक्त की और रूस से इस चलन को तुरंत रोकने के लिए कहा.
कम्पाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के 19वें शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटे प्रचंड ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि वह इसे रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि सरकार की भारत और ब्रिटेन को छोड़कर किसी भी अन्य देश के सैन्य बल में नेपालियों को शामिल होने की अनुमति देने की कोई नीति नहीं है.
प्रचंड ने कहा, 'सरकार उन खबरों को लेकर काफी चिंतित और गंभीर है कि नेपाली युवाओं को रूसी सेना में भर्ती किया जा रहा है और रूस-यूक्रेन युद्ध में तैनात किया जा रहा है. नेपाली सरकार की ओर से ऐसी कोई नीति नहीं है.'
प्रधानमंत्री ने बताया कि इस मुद्दे पर रूसी सरकार को एक 'राजनयिक नोट' भेजा गया है. कम से कम 200 नेपाली युवा अवैध तरीके से रूसी सेना में शामिल हो गए हैं और उनमें से 12 यूक्रेन के खिलाफ लड़ते हुए पहले ही अपनी जान गंवा चुके हैं. गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद से कई देश प्रभावित हुए हैं.
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