मनीला: फिलीपींस के सैनिकों ने देश के दक्षिण में एक संघर्ष में एक छोटे मुस्लिम विद्रोही समूह के नेता और उसके ग्यारह सहयोगियों को मार डाला. सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. ये लोग पहले भी बम विस्फोटों की वारदात को अंजाम देने और जबरन वसूली के लिए दोषी ठहराए जा चुके थे.
ब्रिगेडियर जनरल जोस व्लादिमीर कैगारा ने कहा कि मागुइंदानाओ डेल सुर प्रांत के दातु सऊदी अम्पातुआन शहर के एक दलदली भीतरी इलाके में बंगसामोरो इस्लामिक फ्रीडम फाइटर्स के संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ सोमवार को एक घंटे तक चली गोलीबारी में सात सैनिक भी घायल हो गए.
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Philippine troops kill 12 suspected Muslim rebels in clash that wounded seven soldiers - ABC News https://t.co/kvusH0KdwI
— Jim Gomez (@JimSGomez) April 23, 2024
कैगारा ने कहा कि विद्रोही समूह का एक प्रमुख कमांडर, मोहिदेन अनिमबांग, जो उपनाम डे ग्युरे करियालन का इस्तेमाल करता था, उसका भाई, सागा अनिमबांग और 10 अन्य संदिग्ध आतंकवादियों के साथ मारा गया. युद्ध स्थल से उनके लगभग एक दर्जन घातक हथियार बरामद किये गये. यह समूह लंबे समय से बमबारी, सेना और पुलिस चौकियों पर हमला करने और बस कंपनियों से जबरन वसूली के लिए कुख्यात रहा है.
क्षेत्रीय सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल डेनिस अल्मोरेटो ने एसोसिएटेड प्रेस को टेलीफोन पर बताया कि आखिरकार हमने उन्हें पकड़ लिया. अल्मोराटो ने कहा कि सेना के अधिकारियों ने अनिमबांग के समूह को आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उसने सरकार से लड़ना जारी रखने का फैसला किया.
बंगसामोरो इस्लामिक फ्रीडम फाइटर्स उन कुछ सशस्त्र समूहों में से एक है जो अभी भी दक्षिणी फिलीपींस में अलगाववादी विद्रोह कर रहा है. बता दें कि बड़े पैमाने पर कैथोलिक राष्ट्र में यह क्षेत्र अल्पसंख्यक मुसलमानों की मातृभूमि के तौर पर मानी जाती है. सबसे बड़े सशस्त्र अलगाववादी समूह, मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट ने सरकार के साथ 2014 के शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे दशकों से चली आ रही छिटपुट लड़ाई कम हो गई.
एक प्रमुख कमांडर, अमेरिल उम्बरा काटो, मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट से अलग हो गया. उसने बंगसामोरो इस्लामिक फ्रीडम फाइटर्स का गठन किया, जिसके कुछ कट्टरपंथी सदस्य बाद में इस्लामिक स्टेट समूह के साथ जुड़ गए. फिलीपींस में इस समय सेना के लिए दो मोर्चे खुले हुए हैं एक ओर वह कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों से लड़ रही है तो दूसरी ओर पुराने कम्युनिस्ट विद्रोहों के खिलाफ भी एक मोर्चा खुला हुआ है. हालांकि, फिलीपींस का कम्युनिस्ट आंदोलन लड़ाई में असफलताओं, अंदरूनी कलह और खई नेताओं के आत्मसमर्पण के कारण कमजोर हो गया है.