सियोल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रविवार को पनडुब्बी से प्रक्षेपित क्रूज मिसाइलों के परीक्षण का निरीक्षण किया और परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी बनाने की परियोजना की समीक्षा की. दक्षिण कोरिया स्थित योनहाप समाचार एजेंसी के हवाले से यह खबर दी गई है.
कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि नई रणनीतिक क्रूज मिसाइल पुलह्वासल-3-31 ने पनडुब्बी से लॉन्च होने के बाद 7,421 सेकेंड और 7,445 सेकेंड तक पूर्वी सागर के ऊपर उड़ान भरने के बाद पूर्व निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक हमला किया, जिससे पता चलता है कि परीक्षण में दो मिसाइलें शामिल थीं.
इसमें उनकी उड़ान की दूरी जैसी अधिक जानकारी नहीं दी गई. दक्षिण कोरियाई सेना ने रविवार को कहा कि उसने पूर्वी बंदरगाह शहर शिनपो के पास पानी के ऊपर सुबह लगभग 8 बजे उत्तर द्वारा कई क्रूज मिसाइलों के प्रक्षेपण का पता लगाया था. जहां यह गतिविधि देखी गई वहां उत्तर कोरियाई पनडुब्बी बनाने के लिए एक शिपयार्ड स्थित है.
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार पुलह्वासल-3-31 एक नई क्रूज मिसाइल है जिसका उत्तर कोरिया ने बुधवार को पहली बार परीक्षण किया. पहले प्रक्षेपण के ठीक चार दिन बाद उत्तर कोरिया ने खुलासा किया कि यह मिसाइल पनडुब्बी से प्रक्षेपित की जाने वाली क्रूज मिसाइल है. क्रूज मिसाइलें नीची उड़ान भरती हैं और पैंतरेबाजी करती हैं, जिससे वे मिसाइल रक्षा से बचने में सक्षम हो जाती है.
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार केसीएनए ने कहा, 'किम ने कहा कि नौसेना के हथियारों का परमाणुकरण समय की जरूरी है. उन्होंने नौसेना के परमाणु हथियारीकरण को साकार करने और राज्य परमाणु निरोध के संचालन के क्षेत्र को विविध तरीके से विस्तारित करने में महत्वपूर्ण कार्यों को सामने रखा. उत्तर कोरिया के नेता ने परमाणु चालित पनडुब्बी और अन्य नए प्रकार के युद्धपोतों के निर्माण से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की.