सियोल: दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को अपने पूर्वी तट से एक बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया. यह प्रक्षेपण ऐसे समय में किया गया है जब एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और जापान के साथ अमेरिका के नए सैन्य अभ्यास का विरोध करते हुए आक्रामक और भारी प्रतिक्रिया की धमकी दी थी.
संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि यह प्रक्षेपण सोमवार सुबह किया गया, लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि हथियार कितनी दूरी तक गया. यह प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान द्वारा अपने नए बहुक्षेत्रीय त्रिपक्षीय अभ्यास समाप्त होने के दो दिन बाद हुआ. फ्रीडम एज ड्रिल में तीनों देशों के एक अमेरिकी विमानवाहक पोत और विध्वंसक, लड़ाकू जेट और हेलीकॉप्टर शामिल हुए. तीनों देशों ने मिसाइल रक्षा, पनडुब्बी रोधी और समुद्री हमलों से बचने के उपाय का अभ्यास का किया.
रविवार को उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने एक लंबा बयान जारी कर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान की तीन-तरफा ड्रिल की कड़ी निंदा की. इसने ड्रिल को नाटो का एशियाई संस्करण बताया जो कोरियाई प्रायद्वीप पर सुरक्षा वातावरण को खुलेआम नष्ट करता है और इसमें रूस पर दबाव डालने और चीन की घेराबंदी करने की अमेरिका की मंशा शामिल है.
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह आक्रामक और कठोर जवाबी कार्रवाई के माध्यम से क्षेत्र में संप्रभुता, सुरक्षा और राज्य के हितों तथा शांति की दृढ़ता से रक्षा करेगा. सोमवार को किया गया प्रक्षेपण पिछले पांच दिनों में उत्तर कोरिया का पहला हथियार परीक्षण था. पिछले बुधवार को उत्तर कोरिया ने मल्टीवारहेड मिसाइल का प्रक्षेपण किया था. ये अमेरिका और दक्षिण कोरिया की मिसाइल सुरक्षा को ध्वस्त करने के लिए विकसित, उन्नत हथियार का पहला ज्ञात प्रक्षेपण था. उत्तर कोरिया ने कहा कि प्रक्षेपण सफल रहा, लेकिन दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के दावे को झूठा बताया. उसने कहा कि प्रक्षेपण विफल रहा.
हाल के सप्ताहों में उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की ओर अनेक कचरा ले जाने वाले गुब्बारे उड़ाए हैं, जिसे उसने दक्षिण कोरियाई कार्यकर्ताओं द्वारा अपने गुब्बारों के माध्यम से राजनीतिक पर्चे भेजने के प्रति जवाबी कार्रवाई बताया है. इस बीच, उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक शुरू की, जिसमें कोरियाई शैली के समाजवाद को और आगे बढ़ाने के लिए किए जाने वाले कार्यों से संबंधित महत्वपूर्ण, तात्कालिक मुद्दों पर निर्णय लिया गया. उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने रविवार को बताया कि बैठक के दूसरे दिन शनिवार को नेता किम जोंग उन ने देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न करने वाली कुछ गतिविधियों के बारे में बात की तथा तत्काल नीतिगत मुद्दों के समाधान के लिए महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में भी बात की.