जनकपुर : राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की उलटी गिनती शुरू हो गई है. अयोध्या के साथ-साथ नेपाल के जनकपुरधाम में भी अब देवी सीता का ननिहाल खुशी और उत्साह से भर गया है. लोग धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ इस अवसर का इंतजार कर रहे हैं. शहर में चौबीस घंटे भगवान राम और सीता के भजन गूंज रहे हैं.
जानकी मंदिर को रोशनी से सजाया गया है और हर जनकपुरधामवासी के चेहरे पर उत्साह देखा जा सकता है. जनकपुर के निवासी भरत कुमार साह ने न्यूज एजेंसी को बताया,'22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी हमारे लिए खुशी की लहर लेकर आया है. हमने उस दिन कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की योजना बनाई है, जो सुबह शुरू होगी और रात तक चलेगी.
हम सिन्दूर पाउडर से रंगोली और फूलों से भगवान राम की तस्वीर बनाएंगे. हम भी अपने घर में दीपावली मनाएंगे. अयोध्या में मंदिर निर्माण से हम सभी खुश हैं. पूरा जनकपुर इससे खुश है.' 22 जनवरी को होने वाले समारोह में भव्य मंदिर में राम लला की मूर्ति की स्थापना की जाएगी. इसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सैकड़ों अधिकारियों के भाग लेने की उम्मीद है. ट्रस्ट ने समारोह के लिए सभी संप्रदायों के 4,000 संतों को भी आमंत्रित किया है.
जनकपुर के एक अन्य निवासी संजय मंडल ने शनिवार शाम को जानकी मंदिर में दर्शन करने के बाद कहा,'मैं व्यक्तिगत रूप से इसे (प्राण प्रतिष्ठा समारोह) लेकर वास्तव में खुश और उत्साहित हूं. मैं शाम (22 जनवरी) को दीपावली मनाऊंगा और मंदिर में दीपक भी जलाऊंगा. मैं अपने दोस्तों और अन्य लोगों से भी 22 जनवरी को दीपावली मनाने के लिए कह रहा हूं.'
भारत 22 जनवरी को पवित्र शहर अयोध्या में राम मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित कर रहा है. राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, वाराणसी के पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित अभिषेक समारोह के दौरान मुख्य अनुष्ठान करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, राजनेताओं, संतों और मशहूर हस्तियों सहित हजारों अन्य लोगों को समारोह में आमंत्रित किया गया है.
इससे पहले जनकपुर ने अनुष्ठान के एक भाग के रूप में अयोध्या के लिए प्रसाद भेजा था, जिसे स्थानीय रूप से 'भार' कहा जाता है. इसमें आभूषण, व्यंजन, कपड़े और अन्य दैनिक आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं. देवी सीता के मायके में जश्न के बीच शहर में लाउडस्पीकरों पर 'जय श्री राम' के नारे के साथ-साथ 'राम लला' को समर्पित गीतों की सार्वजनिक स्क्रीनिंग भी गूंज रही है. जनकपुर में रेलवे स्टेशन के बगल में महाबीर मंदिर में शनिवार को अष्टयाम शुरू हुआ. इसमें चौबीसों घंटे राम भजनों का जाप किया गया. भक्तों ने अपने सिर पर राम के नारे लिखे पट्टा लपेटे हुए थे.