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बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के बीच ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे मोहम्मद यूनुस, कहा- 'सभी के लिए समान अधिकार' - Muhammad Yunus - MUHAMMAD YUNUS

Muhammad Yunus Visits Dhakeshwari Temple: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने पड़ोसी देश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों के बीच मंगलवार को एक हिंदू मंदिर का दौरा किया.

मोहम्मद यूनुस
मोहम्मद यूनुस (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 13, 2024, 5:34 PM IST

नई दिल्ली: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बीच मंगलवार को एक हिंदू मंदिर का दौरा किया. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार नोबेल पुरस्कार विजेता ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर का दौरा किया.

वेबसाइट ने यूनुस के हवाले से कहा, "अधिकार सभी के लिए समान हैं. हम सभी एक हैं और हमारे पास एक ही अधिकार है. हमारे बीच कोई भेदभाव न करें. कृपया हमारी सहायता करें. धैर्य रखें और बाद में निर्णय लें कि हम क्या कर पाए और क्या नहीं. अगर हम असफल होते हैं तो हमारी आलोचना करें."

डेली स्टार ने बताया कि मंगलवार को ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचने के बाद यूनुस ने बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद और महानगर सर्बजनिन पूजा समिति के नेताओं के साथ-साथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड के अधिकारियों और श्रद्धालुओं से मुलाकात की.

'इंसान के तौर पर देखा जाना चाहिए'
यूनुस के हवाले से कहा गया है, "हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में हमें मुसलमान, हिंदू या बौद्ध नहीं बल्कि इंसान के तौर पर देखा जाना चाहिए. हमारे अधिकारों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए. सभी समस्याओं की जड़ संस्थागत व्यवस्थाओं के क्षय में है. इसीलिए ऐसे मुद्दे उठते हैं. संस्थागत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है."

बता दें कि यूनुस का मंदिर का दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब बांग्लादेश में सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं. यह हमला 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुआ है.

अल्पसंख्यकों पर हमले
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद ने दावा किया कि हसीना सरकार के पतन के बाद से 52 जिलों में अल्पसंख्यकों पर हमलों की 205 घटनाएं हुई हैं.

बांग्लादेश में हिंदुओं ने किया विरोध प्रदर्शन
हजारों हिंदुओं ने पिछले सप्ताह ढाका और चटगांव में अपने मंदिरों, घरों और व्यवसायों पर हमलों से सुरक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बीते शनिवार को ढाका के शाहबाग में हिंदू प्रदर्शनकारियों ने तीन घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित किया.

वे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने के आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालतों की मांग कर रहे हैं, अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत संसदीय सीटें और अल्पसंख्यक सुरक्षा कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले यूनुस ने हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा की और उन्हें जघन्य बताया था और युवाओं से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्धों की रक्षा करने का आग्रह किया था.

बांग्लादेश के दो हिंदू संगठनों -बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अनुसार, 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश के 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों पर हमलों की कम से कम 205 घटनाएं हुईं.

यह भी पढ़ें- भारत में इस साल 30 जून तक एमपॉक्स के 27 मामले सामने आए: WHO

नई दिल्ली: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बीच मंगलवार को एक हिंदू मंदिर का दौरा किया. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार नोबेल पुरस्कार विजेता ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर का दौरा किया.

वेबसाइट ने यूनुस के हवाले से कहा, "अधिकार सभी के लिए समान हैं. हम सभी एक हैं और हमारे पास एक ही अधिकार है. हमारे बीच कोई भेदभाव न करें. कृपया हमारी सहायता करें. धैर्य रखें और बाद में निर्णय लें कि हम क्या कर पाए और क्या नहीं. अगर हम असफल होते हैं तो हमारी आलोचना करें."

डेली स्टार ने बताया कि मंगलवार को ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचने के बाद यूनुस ने बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद और महानगर सर्बजनिन पूजा समिति के नेताओं के साथ-साथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड के अधिकारियों और श्रद्धालुओं से मुलाकात की.

'इंसान के तौर पर देखा जाना चाहिए'
यूनुस के हवाले से कहा गया है, "हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में हमें मुसलमान, हिंदू या बौद्ध नहीं बल्कि इंसान के तौर पर देखा जाना चाहिए. हमारे अधिकारों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए. सभी समस्याओं की जड़ संस्थागत व्यवस्थाओं के क्षय में है. इसीलिए ऐसे मुद्दे उठते हैं. संस्थागत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है."

बता दें कि यूनुस का मंदिर का दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब बांग्लादेश में सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं. यह हमला 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुआ है.

अल्पसंख्यकों पर हमले
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद ने दावा किया कि हसीना सरकार के पतन के बाद से 52 जिलों में अल्पसंख्यकों पर हमलों की 205 घटनाएं हुई हैं.

बांग्लादेश में हिंदुओं ने किया विरोध प्रदर्शन
हजारों हिंदुओं ने पिछले सप्ताह ढाका और चटगांव में अपने मंदिरों, घरों और व्यवसायों पर हमलों से सुरक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बीते शनिवार को ढाका के शाहबाग में हिंदू प्रदर्शनकारियों ने तीन घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित किया.

वे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने के आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालतों की मांग कर रहे हैं, अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत संसदीय सीटें और अल्पसंख्यक सुरक्षा कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले यूनुस ने हिंसा प्रभावित देश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा की और उन्हें जघन्य बताया था और युवाओं से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्धों की रक्षा करने का आग्रह किया था.

बांग्लादेश के दो हिंदू संगठनों -बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अनुसार, 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश के 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों पर हमलों की कम से कम 205 घटनाएं हुईं.

यह भी पढ़ें- भारत में इस साल 30 जून तक एमपॉक्स के 27 मामले सामने आए: WHO

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