नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने के कारण इस साल की शुरुआत में निलंबित किए गए मालदीव सरकार के दो जूनियर मंत्रियों ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की नई दिल्ली की प्रस्तावित यात्रा से पहले इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि मालदीव के युवा सशक्तिकरण, सूचना मालशा शरीफ, कला मंत्री मरियम शिउना ने साथी अब्दुल्ला महजूम मजीद के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी. इसके चलते उन्हें जनवरी में निलंबित कर दिया गया था,उन्होंने प्रधानमंत्री को जोकर, आतंकवादी और इजराइल की कठपुतली कहा था.
उनकी ये टिप्पणी उस समय आई थी, जब जब मोदी ने लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा दिया था. इसे चीन समर्थक मुइज्जू के लिए एक संकेत के रूप में देखा गया, जिन्होंने मालदीव की 'इंडिया फर्स्ट' नीति को समाप्त करने का वादा किया था.
मालदीव में पर्यटकों की संख्या प्रभावित
इस टिप्पणी से भारत नाराज हो गया था, जिसके कारण भारतीय हस्तियों ने स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया. इससे मालदीव में भारतीय पर्यटकों का आगमन प्रभावित हुआ, जो अपने 1,192 द्वीपों पर आलीशान रिसॉर्ट्स के लिए जाना जाता है.
फिलहाल मंत्रियों के इस्तीफे पर मुइज्जू के कार्यालय ने कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, एक सरकारी अधिकारी ने इस्तीफों की पुष्टि की, लेकिन आगे कोई विवरण देने से इनकार कर दिया.
'मुइज्जू जल्द ही भारत आएंगे'
स्थानीय मीडिया ने बताया कि मुइज्जू जल्द ही भारत आने की योजना बना रहे हैं. पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने के बाद मुइज्जू की यह दूसरी यात्रा होगी. मुइज्जू ने निमंत्रण पर प्रसन्नता व्यक्त की थी और अपनी यात्रा को सफल बताया था. उन्होंने कहा था कि भारत के साथ मजबूत संबंध मालदीव की समृद्धि को बढ़ावा देंगे.
भारत-मालदीव संबंधों में सुधार
मुइज्जू की चुनावी जीत और मालदीव में तैनात भारतीय रक्षा कर्मियों के प्रतिस्थापन की उनकी मांग के बाद मालदीव और भारत के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे. भारत ने मई में प्रतिस्थापन पूरा कर लिया था और कूटनीतिक वार्ता के बाद संबंधों में सुधार हुआ है.
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