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एससीओ बैठक में जयशंकर ने शहबाज के सामने पाकिस्तान की जमकर खिंचाई की - JAISHANKAR PAKISTAN VISIT

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस्लामाबाद में 23वें एससीओ शिखर को संबोधित किया. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने उनका जोरदार स्वागत किया.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर एससीओ शिखर को संबोधित करते हुए (ANI VIDEO)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2024, 12:57 PM IST

Updated : Oct 16, 2024, 1:28 PM IST

इस्लामाबाद: विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक को संबोधित किया. इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने उनका जोरदार स्वागत किया. बैठक समाप्त होने के बाद शाम चार बजे भारत के लिए रवाना हो जाएंगे.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज इस्लामाबाद में एससीओ बैठक को संबोधित किया. इस दौरान जयशंकर ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का नाम लिए बगैर बड़ी बात कही. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद ही वर्तमान में एससीओ सदस्य देशों के लिए प्रमुख चुनौती है.

उन्होंने कहा,'आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने का एससीओ का प्राथमिक लक्ष्य वर्तमान समय में और भी महत्वपूर्ण है. इसके लिए ईमानदार बातचीत, विश्वास, अच्छे पड़ोसी और एससीओ चार्टर के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता है. एससीओ को ‘तीन बुराइयों’ का मुकाबला करने में दृढ़ और अडिग रहने की आवश्यकता है.'

विदेश मंत्री ने आगे कहा, 'वैश्वीकरण और पुनर्संतुलन आज की वास्तविकताएं हैं. एससीओ देशों को इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए. क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता देनी चाहिए. एकतरफा एजेंडे पर नहीं, बल्कि वास्तविक साझेदारी पर आधारित होना चाहिए. यदि हम वैश्विक प्रथाओं, विशेष रूप से व्यापार और पारगमन को ही चुनेंगे तो एससीओ प्रगति नहीं कर सकता.

औद्योगिक सहयोग प्रतिस्पर्धा को बढ़ा सकता है और श्रम बाजारों का विस्तार कर सकता है. एमएसएमई सहयोग, सहयोगात्मक संपर्क, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु कार्रवाई संभावित रास्ते हैं. चाहे स्वास्थ्य हो, भोजन हो या ऊर्जा सुरक्षा हो, हमें मिलकर काम करना चाहिए.

विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. वह इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ बैठक में शामिल होने के लिए गए हैं. जयशंकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक में शामिल होने से पहले विदेश मंत्री ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत अर्जुन का पौधा लगाया.

वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार सुबह भारतीय उच्चायोग परिसर में अधिकारियों के साथ मार्निंग वॉक करते दिखे. उन्होंने स्वयं एक्स पर इसकी जानकारी दी और एक तस्वीर शेयर किया. एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर उन्होंने मंगोलिया के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ओयुन-एरडीन लवसनमराय से भी मिले. उनसे मिलकर उन्होंने खुशी जताई. जयशंकर ने कहा, 'हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा हुई.' इस्लामाबाद में बैठक से पहले जयशंकर ने अन्य नेताओं के साथ एससीओ पारिवारिक फोटो खिंचवाई.

ये भी पढ़ें- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने डिनर पर जयशंकर का स्वागत किया, दोनों नेताओं ने मिलाया हाथ

इस्लामाबाद: विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक को संबोधित किया. इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने उनका जोरदार स्वागत किया. बैठक समाप्त होने के बाद शाम चार बजे भारत के लिए रवाना हो जाएंगे.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज इस्लामाबाद में एससीओ बैठक को संबोधित किया. इस दौरान जयशंकर ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का नाम लिए बगैर बड़ी बात कही. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद ही वर्तमान में एससीओ सदस्य देशों के लिए प्रमुख चुनौती है.

उन्होंने कहा,'आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने का एससीओ का प्राथमिक लक्ष्य वर्तमान समय में और भी महत्वपूर्ण है. इसके लिए ईमानदार बातचीत, विश्वास, अच्छे पड़ोसी और एससीओ चार्टर के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता है. एससीओ को ‘तीन बुराइयों’ का मुकाबला करने में दृढ़ और अडिग रहने की आवश्यकता है.'

विदेश मंत्री ने आगे कहा, 'वैश्वीकरण और पुनर्संतुलन आज की वास्तविकताएं हैं. एससीओ देशों को इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए. क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता देनी चाहिए. एकतरफा एजेंडे पर नहीं, बल्कि वास्तविक साझेदारी पर आधारित होना चाहिए. यदि हम वैश्विक प्रथाओं, विशेष रूप से व्यापार और पारगमन को ही चुनेंगे तो एससीओ प्रगति नहीं कर सकता.

औद्योगिक सहयोग प्रतिस्पर्धा को बढ़ा सकता है और श्रम बाजारों का विस्तार कर सकता है. एमएसएमई सहयोग, सहयोगात्मक संपर्क, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु कार्रवाई संभावित रास्ते हैं. चाहे स्वास्थ्य हो, भोजन हो या ऊर्जा सुरक्षा हो, हमें मिलकर काम करना चाहिए.

विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. वह इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ बैठक में शामिल होने के लिए गए हैं. जयशंकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक में शामिल होने से पहले विदेश मंत्री ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत अर्जुन का पौधा लगाया.

वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार सुबह भारतीय उच्चायोग परिसर में अधिकारियों के साथ मार्निंग वॉक करते दिखे. उन्होंने स्वयं एक्स पर इसकी जानकारी दी और एक तस्वीर शेयर किया. एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर उन्होंने मंगोलिया के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ओयुन-एरडीन लवसनमराय से भी मिले. उनसे मिलकर उन्होंने खुशी जताई. जयशंकर ने कहा, 'हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा हुई.' इस्लामाबाद में बैठक से पहले जयशंकर ने अन्य नेताओं के साथ एससीओ पारिवारिक फोटो खिंचवाई.

ये भी पढ़ें- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने डिनर पर जयशंकर का स्वागत किया, दोनों नेताओं ने मिलाया हाथ
Last Updated : Oct 16, 2024, 1:28 PM IST
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