कुवैत सिटी: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत में भारतीय समुदाय और विभिन्न पेशेवर और सामुदायिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की. जयशंकर ने भारत और कुवैत के बीच संबंधों में उनकी उपलब्धियों और योगदान की सराहना की.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'विदेश मंत्री ने कुवैत में भारतीय समुदाय के प्रमुख सदस्यों के साथ-साथ विभिन्न पेशेवर और सामुदायिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय रहते हैं जिससे दोनों देशों के बीच संबंध गहरा बना हुआ है.
जयशंकर 18 अगस्त को कुवैत की आधिकारिक यात्रा पर थे. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, 'कुवैत में जीवंत भारतीय समुदाय के साथ अच्छी बातचीत हुई. भारत-कुवैत संबंधों में उनकी उपलब्धियों और योगदान की सराहना करता हूं.'
अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर ने कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबाह और प्रधानमंत्री अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह से मुलाकात की. उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके मार्गदर्शन के लिए कुवैत के नेतृत्व को धन्यवाद दिया.
जयशंकर ने अपने कुवैती समकक्ष अब्दुल्ला अली अल-याह्या से भी मुलाकात की और विभिन्न स्तरों पर यात्राओं के अधिक आदान-प्रदान सहित सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के अवसरों पर चर्चा की.
एक प्रेस विज्ञप्ति में विदेश मंत्रालय ने कहा, 'विदेश मंत्री की कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या के साथ बैठक ने विभिन्न स्तरों पर यात्राओं के अधिक आदान-प्रदान सहित सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने के अवसरों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया. दोनों पक्षों में व्यापार और निवेश दोनों के क्षेत्र में आर्थिक साझेदारी को और अधिक बढ़ाने की गहरी रुचि थी.'
इसमें कहा गया, 'उन्होंने विशेष रूप से फार्मा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा आदि में सहयोग को और बढ़ाने के लिए भी चर्चा की. वर्कर के मुद्दों को और अधिक सुव्यवस्थित करने तथा उनके कार्यान्वयन पर जोर दिया गया. दोनों मंत्रियों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करने तथा आगामी आदान-प्रदान और ठोस परिणामों के लिए रूपरेखा तैयार करने में सहायक रही.