तेल अवीव: इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री और दक्षिणपंथी मंत्री इटमार बेन-ग्वीर ने इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इस समझौते को 'लापरवाही' बताया. बेन-ग्वीर ने कहा कि यह समझौता युद्ध की उपलब्धियों को कमजोर करेगा. उन्होंने कहा कि यदि यह समझौता मंजूर हो जाता है, तो उनकी पार्टी ओत्जमा येहुदित सरकार से बाहर हो जाएगी.
एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि जो समझौता आकार ले रहा है, वह एक लापरवाही वाला समझौता है. इसमें सैकड़ों हत्यारे आतंकवादियों की रिहाई, हजारों आतंकवादियों की उत्तरी गाजा पट्टी में वापसी, फिलाडेल्फिया अक्ष से वापसी और लड़ाई की समाप्ति शामिल है. इस प्रकार यह समझौता युद्ध की उपलब्धियों को प्रभावी रूप से मिटा देगा.
उन्होंने कहा कि न केवल यह कि इससे सभी बंधकों की रिहाई नहीं होगी, बल्कि इससे उन शेष बंधकों का भाग्य भी अनिश्चित हो जाएगा जो सौदे में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इससे युद्ध का अंत हो जाएगा, जबकि हमास को अभी तक पराजित नहीं किया गया है.
उसके पास खुद को फिर से खड़ा करने की महत्वपूर्ण क्षमता होगी. इसलिए, यदि इस लापरवाह सौदे को मंजूरी दी जाती है और लागू किया जाता है, तो ओत्जमा येहुदित पार्टी सरकार का हिस्सा नहीं होगी और इससे हट जाएगी. यदि युद्ध के अप्राप्त लक्ष्यों को तय करने और साकार करने के लिए हमास पर युद्ध को बलपूर्वक नवीनीकृत किया जाता है, तो हम सरकार में वापस आ जाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि मैं धार्मिक जायोनी पार्टी के सदस्यों के साथ-साथ लिकुड में वैचारिक नेसेट सदस्यों से भी इसी तरह कार्य करने और हमारे साथ मिलकर लापरवाह आत्मसमर्पण सौदे के कार्यान्वयन को रोकने का आह्वान करता हूं. इससे पहले बुधवार को कतर, मिस्र और अमेरिका ने एक संयुक्त बयान में पुष्टि की कि इजरायल और हमास ने युद्ध विराम और बंधक रिहाई समझौते पर सहमति जताई है, जो 19 जनवरी से प्रभावी होने की संभावना है.
कतर के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष बंधकों और कैदियों के बदले बंधकों को रिहा करने के समझौते पर पहुंच गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधक समझौते की सफल बातचीत की घोषणा की, जिससे 15 महीने से अधिक समय से चल रहा संघर्ष समाप्त हो गया.
तीन चरणों में संरचित इस सौदे में पूर्ण युद्ध विराम, गाजा से इजरायली सेना की वापसी और पहले चरण में अमेरिकियों सहित बंधकों की रिहाई शामिल है. बाइडेन ने इसमें शामिल कूटनीतिक प्रयासों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें इजरायल और अमेरिकी समर्थन के दबाव के साथ-साथ 20 देशों के गठबंधन का उल्लेख किया गया, जो हौथियों के हमलों के खिलाफ खड़े थे. इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधक समझौते के बाद, प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ चर्चा की.