दुबई: ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को गुरुवार को मशहद शहर में इमाम रजा की दरगाह में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. यह ईरान का सबसे पवित्र शिया स्थल माना जाता है, जहां शिया मुसलमानों के आठवें इमाम समन अल-हज्जाज अली बिन-मूसा अल-रजा की कब्र है. बीते रविवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी.
मशहद शहर में ही रईसी का जन्म हुआ था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रईसी की अंतिम यात्रा में लगभग 30 लाख लोग शामिल हुए. भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी, इराक के पीएम मोहम्मद शिया अल-सुडानी समेत कई देशों के नेताओं व राजनयिकों ने तेहरान पहुंचकर रईसी को श्रद्धांजलि दी. रईसी के अंतिम संस्कार में तालिबान के नेता व अफगानिस्तान के उप-प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर, हमास के प्रमुख नेता इस्माइल हनियह और हूती विद्रोहियों के नेता भी शामिल हुए.
इससे पहले बुधवार को तेहरान विश्वविद्यालय में हेलीकॉप्टर दुर्घटना मारे गए रईसी और अन्य के लिए प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी. इस दौरान ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने जनाजे की नमाज पढ़ाई थी. इसके बाद तेहरान में ताबूतों के साथ अंतिम यात्रा निकाली गई. ताबूतों को ईरानी ध्वज में लपेटा गया गया और उन पर उनकी तस्वीरें लगी थीं.
63 वर्षीय रईसी ईरान के सर्वोच्च नेता 85 वर्षीय अयातुल्ला अली खामेनेई के बेहद करीबी थे और उन्हें उनका संभावित उत्तराधिकारी भी माना जाता था. रईसी के निधन के बाद ईरान ने अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए 28 जून की तारीख तय की है. वहीं, उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को ईरान का कार्यवाहक राष्ट्रपति नामित किया गया है, जिनके नेतृत्व में चुनाव होगा.
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