यरुशलम : अमेरिकी द्वारा दी गई कड़ी चेतावनी के बावजूद ईरान ने मंगलवार की देर रात 10 बजे पूरे इजराइल पर करीब 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. ये हमले पूरे इजराइल पर करीब 30 मिनट तक किए गए. हालांकि, इसमें अब तक बड़े नुकसान की खबर नहीं है. इस दौरान इजराइली सेना ने अपने नागरिकों को बंकर में छिपने का आदेश दिया.
इजराइल की मदद में उतरा अमेरिका
इस बड़े मिसाइल हमले के बाद ईरान ने कहा कि यह नसरल्लाह की शहादत का पहला बदला है. वहीं, हमले के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में इजरायल की मदद करने का आदेश दे दिया है.
Israel right now: pic.twitter.com/HEChXzGr1q
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) October 1, 2024
ईरानी मिसाइलों को मार गिराने के आदेश
व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी हमलों के खिलाफ इजरायल की रक्षा में सहायता करने और इजरायल को निशाना बनाने वाली मिसाइलों को मार गिराने का निर्देश दिया है. एनएससी के प्रवक्ता सीन सेवेट ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि, 'जो बिडेन और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम से हमले की निगरानी कर रहे हैं और नियमित अपडेट ले रहे हैं'.
.@POTUS and @VP convened two meetings with their national security team in the WH Situation Room today and are receiving regular updates. The President directed the US military to aid Israel’s defense against Iranian attacks & shoot down missiles targeting Israel. They also…
— Karine Jean-Pierre (@PressSec) October 1, 2024
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रपति बिडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी हमलों के खिलाफ इजरायल की रक्षा में सहायता करने और इजरायल को निशाना बनाने वाली मिसाइलों को मार गिराने का निर्देश दिया'.
This morning, @VP and I convened our national security team to discuss Iranian plans to launch an imminent missile attack against Israel.
— President Biden (@POTUS) October 1, 2024
We discussed how the United States is prepared to help Israel defend against these attacks, and protect American personnel in the region.
बता दें कि, इस साल अप्रैल में ईरान द्वारा दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर किए गए इजरायली हमले के प्रतिशोध में किए गए ईरानी मिसाइल और ड्रोन हमले के खिलाफ इजरायल की रक्षा में मदद करने के लिए भी अमेरिका ने कदम उठाया था.