तेहरान: ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने कहा है कि हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनिया की हत्या के लिए 'कम दूरी का प्रक्षेपास्त्र' इस्तेमाल किया गया था. शनिवार को जारी एक बयान में, IRGC ने कहा कि अब तक की गई जांच के आधार पर, हनिया के खिलाफ हमला लगभग 7 किलोग्राम (15.4 पाउंड) विस्फोटक सामग्री ले जाने वाली एक कम दूरी की प्रक्षेपास्त्र से किया गया था. इसे गेस्ट हाउस के बाहर से दागा गया था.
इसमें कहा गया है कि हनिया की हत्या के लिए इजराइल को 'उचित समय और स्थान पर कठोर सजा' मिलेगी. IRGC ने कहा कि इस हमले को अमेरिका की आपराधिक सरकार की ओर से समर्थन मिला था. हालांकि, इस हमले को लेकर इजराइल ने न तो इस बात की पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है. जबकि अमेरिका ने कहा है कि उसे हनिया की हत्या के बारे में पता नहीं था या और ना ही वह इसमें शामिल नहीं था. जिससे गाजा पट्टी पर इजराइल के निरंतर युद्ध के बीच मध्य पूर्व में और अधिक संघर्ष की आशंका है.
फिलिस्तीनी नेता और उनके अंगरक्षक की बुधवार की सुबह तेहरान में ईरानी सरकार के गेस्ट हाउस में हत्या कर दी गई. हनिया ईरान के नवनिर्वाचित मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ईरान की राजधानी गए थे. अलजजीरा से बात करते हुए सुरक्षा विश्लेषक एचए हेलियर ने कहा कि IRGC के बयान से हमें अंदाजा लगाना होगा कि वह आगे इजराइल के खिलाफ किस तरह के कदम उठायेगा.
हेलियर ने अल जजीरा से कहा कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि उनकी हत्या कैसे की गई. इस संबंध में कोई भी निष्कर्ष आगे के संघर्ष को प्रभावित करेगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल दो परस्पर विरोधी कथानक हैं. बता दें कि IRGC से पहले, कई पश्चिमी मीडिया आउटलेट्स ने दावा किया था कि हनिया की हत्या तेहरान में उनके आवास में महीनों पहले लगाए गए बम से हुई थी. हेलियर ने कहा कि इन दो प्रकार के परिदृश्यों के बीच अंतर है. हालांकि, दोनों ही मामले ईरान में सुरक्षा उल्लंघन को दिखाते हैं. लेकिन बाहर से मिसाइल हमला और ईरान के अंदर एक बम की तस्करी से अलग सुरक्षा उल्लंघन है.
दोहा इंस्टीट्यूट के एसोसिएट प्रोफेसर इब्राहिम फ्रायहत ने अल जजीरा को बताया कि ईरान की प्रतिक्रिया पिछले अप्रैल में दमिश्क में अपने दूतावास पर इजरायली हवाई हमले के प्रति उसकी प्रतिक्रिया को प्रतिबिंबित करने की संभावना नहीं है, जब तेहरान ने अमेरिका सहित कई पक्षों के साथ अपनी प्रतिक्रिया का समन्वय किया था.
फ्रायहत ने कहा कि इस्माइल हनिया की हत्या ने ईरानी संप्रभुता का उल्लंघन किया है. इसके लिए ईरान से इस तरह से प्रतिक्रिया की उम्मीद की जाती है जो उस हमले के बराबर हो जो उन्होंने अनुभव किया. शुक्रवार को कतर की राजधानी दोहा में एक मस्जिद में हनिया के अंतिम संस्कार की प्रार्थना में हजारों लोग शामिल हुए, जहां हमास प्रमुख समूह के राजनीतिक कार्यालय के सदस्यों के साथ रहता था.