कोलंबो : विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके से मुलाकात की. उन्होंने भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी और 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) विजन में द्वीप राष्ट्र के विशेष स्थान की पुष्टि की.
जयशंकर ने बैठक के बाद एक्स पर पोस्ट किया, "आज कोलंबो में राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके से मुलाकात कर सम्मानित महसूस किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी.'
Honored to call on President @anuradisanayake today in Colombo. Conveyed warm greetings of President Droupadi Murmu and PM @narendramodi.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 4, 2024
Appreciate his warm sentiments and guidance for the 🇮🇳 🇱🇰 relations. Discussed ways to deepen ongoing cooperation and strengthen India-Sri… pic.twitter.com/bDIpaiT4te
विदेश मंत्री ने कहा, "भारत-श्रीलंका संबंधों के लिए उनकी गर्मजोशी भरी भावनाओं और मार्गदर्शन की सराहना करता हूं. दोनों देशों और क्षेत्र के लोगों के लाभ के लिए चल रहे सहयोग को गहरा करने और भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की."
राष्ट्रपति चुनावों में अपने गठबंधन की जीत के बाद 23 सितंबर को दिसानायके ने श्रीलंका के नौवें कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर की पहली पड़ोसी की यह देश यात्रा है.
राष्ट्रपति दिसानायके ने एक्स पर पोस्ट किया, 'श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा पर आए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. चर्चा पर्यटन, ऊर्जा और निवेश में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित रही. डॉ. जयशंकर ने श्रीलंका की आर्थिक सुधार के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की. मत्स्य पालन, सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता पर निरंतर सहयोग के महत्व पर भी चर्चा की गई."
जयशंकर की दिसानायके के साथ बैठक से ठीक पहले यह घोषणा की गई कि 50 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया गया है. इन मछुआरों को पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पार करने के कारण श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार किया था.
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने घोषणा की, "घर वापसी! मयिलादुथुराई, पुदुकोट्टई और नागपट्टिनम के 50 भारतीय मछुआरों को आज रिहा कर दिया गया है और उन्हें इस सप्ताह के अंत में श्रीलंका से तमिलनाडु वापस भेज दिया जाएगा."
अपने सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी और मित्र के रूप में, भारत श्रीलंका को उसके सबसे खराब आर्थिक संकट से उबारने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर दिसानायके को बधाई देने वाले पहले विदेशी नेताओं में शामिल थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनावों में आपकी जीत पर अनुरा दिसानायके को बधाई. भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' और विजन 'सागर' में श्रीलंका का विशेष स्थान है. मैं अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए हमारे बहुमुखी सहयोग को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं."
प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए दिसानायके ने पोस्ट किया, "पीएम मोदी, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद. मैं हमारे देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने की आपकी प्रतिबद्धता को साझा करता हूं. साथ मिलकर, हम अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम कर सकते हैं."
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