हैदराबाद: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को हत्या के एक प्रयास के मामले में बाल-बाल बच गए. ट्रंप अकेले ऐसे नेता नहीं हैं जिनपर जान लेवा हमले हुई हो. हाल के दिनों में दुनिया भर के कई देशों में नेताओं पर जानलेवा हमले हुए हैं. यहां उन पूर्व या वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों की सूची दी गई है, जो हत्या के प्रयासों में अपनी जान बाल-बाल बचा पाने में सफल हुए हैं.
- इसी साल 15 मई को स्लोवाक प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको की हत्या का प्रयास किया गया, जो बाल-बाल बच गए.
- पिछले साल यानी 2023 के नवंबर महीने की 21 तारीख को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने ब्रिटिश टैब्लॉइड को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से अब तक उन पर 'कम से कम' पाँच या छह बार हत्या का प्रयास किया गया है.
- रूस की सरकार का दावा है कि कम से कम छह बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या का प्रयास किया गया है.
- जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, वाकायामा शहर में एक आउटडोर रैली में एक स्मोक बम द्वारा हत्या के प्रयास में बाल-बाल बच गए. साल 2023 के अप्रैल महीने में यह हमला हुआ था. उन्हें कोई चोट नहीं आई और इस घटना में कोई घायल भी नहीं हुआ था.
- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान सरकार के खिलाफ साल 2022 के 21 नवबंर को में आजादी मार्च II के दौरान वजीराबाद में विरोध रैली में 'हत्या के प्रयास' में बच गए. बंदूकधारी ने कई अन्य पीटीआई नेताओं को भी घायल कर दिया और एक समर्थक को मार डाला.
- साल 2022 के फरवरी महीने के 10 तारीख की सुबह लीबिया के प्रधानमंत्री अब्दुलहामिद अल-दबीबा की कार पर को हमलावरों ने गोलियां चलाईं, लेकिन वे सुरक्षित बच गए.
- 2022 में ही 2 जनवरी को हैती के प्रधानमंत्री एरियल हेनरी की हत्या का असफल प्रयास किया गया. देश की स्वतंत्रता की 218वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक सामूहिक प्रार्थना सभा के दौरान गोनाइव्स शहर के एक चर्च में हुआ. रिपोर्ट के अनुसार, हथियारबंद लोगों ने प्रधानमंत्री पर गोलियां चलाईं. कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. इस हमले में हेनरी को कोई चोट नहीं लगी.
- 2021 के नवबंर महीने की 7 तारीख को इराक के निवर्तमान प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी की हत्या की कोशिश में बाल-बाल बच गए. हमले के बाद इराकी सेना ने कहा, बगदाद में प्रधानमंत्री के आवास को निशाना बनाकर किए गए एक विस्फोटक ड्रोन मार गिराया गया.
- 30 जुलाई 2004 को पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री शौकत अजीज अटक जिले के फतेह जंग में अपनी चुनावी रैली पर हुए आत्मघाती हमले में बाल-बाल बच गए.
- साल 2003 के 25 दिसबंर को पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ उस समय बाल-बाल बच गए, जब रावलपिंडी शहर में उनके काफिले के गुजरने के कुछ ही मिनट बाद दो बड़े बम विस्फोट हुए. दो आत्मघाती हमलावरों सहित कम से कम 15 लोग मारे गए. इससे पहले इसी महीने की 14 तारीख को भी वह एक हमले में बाल-बाल बचे थे. रावलपिंडी में उनके अत्यधिक सुरक्षा वाले काफिले के पुल पार करने के कुछ ही मिनट बाद एक शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ. मुशर्रफ जाहिर तौर पर उनकी लिमोजिन में लगे जैमिंग डिवाइस की वजह से बच पाये थे. जिसने रिमोट कंट्रोल वाले विस्फोटकों को पुल को उड़ाने से रोक दिया, क्योंकि उनका काफिला पुल से गुजर रहा था.
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक्स शिराक पर साल 2002 के जुलाई महीने की 15 तारीख को हमला हुआ था. एक हमलावर ने गोली चलाई, लेकिन वह निशाना चूक गया. वह हमले के वक्त बैस्टिल दिवस पर सैनिकों के परेड की समीक्षा कर रहे थे.
- साल 1999 के दिसबंर महीने की 12 तारीख को श्रीलंका की राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा एक आत्मघाती बम हमले से बाल-बाल बचीं. जिसमें वे घायल हो गईं. राष्ट्रपति चुनाव से तीन दिन पहले हुए इस हमले में कम से कम 14 लोग मारे गए.
- साल 1987 के 30 जुलाई को श्रीलंकाई नौसेना के नाविक विजेमुनी विजिथा रोहाना डी सिल्वा ने कोलंबो में राजीव गांधी पर अपनी राइफल के बट से हमला किया. उस समय वह कोलंबो में श्रीलंकाई राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण कर रहे थे.
- 12 अक्टूबर 1984 को आयरन लेडी कहलाने वाली ब्रिटिश प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर इंग्लैंड के ब्राइटन में जिस होटल में ठहरी थीं, वहां हुए एक बड़े विस्फोट में बाल-बाल बच गईं. प्रोविजनल आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (IRA) के सदस्यों की ओर से कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन से पहले होटल में एक टाइम बम लगाया गया था. विस्फोट में पांच लोग मारे गए और 34 घायल हो गए.