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'अब दुनिया एक सुरक्षित जगह, उनकी कमी महसूस नहीं होगी', रईसी की मौत पर बोले-अमेरिकी सीनेटर - Ebrahim Raisi died

Israel On Ebrahim Raisi Death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक दुर्घटना में मौत हो गई है. यह दुर्घटना रविवार को उस समय हुई थी, जब वह एक हेलिकॉप्टर से जा रहे थे. उनकी मौत ऐसे वक्त में हुई है, जब गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध जारी है. ईरान में कुछ लोगों ने इस दुर्घटना को लेकर साजिश की बात कही है.

ebrahim raisi
रईसी (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 20, 2024, 12:31 PM IST

Updated : May 20, 2024, 12:47 PM IST

नई दिल्ली: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में मौत हो गई है. यह दुर्घटना रविवार को उस समय हुई थी, जब वह एक हेलिकॉप्टर से जा रहे थे. ईरानी मीडिया ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी है. इस हादसे में रईसी ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की भी मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक रईसी के साथ उनके हेलिकॉप्टर पर उनके बॉडीगार्ड और सुरक्षा प्रमुख भी सवार थे. यह हादसा घने कोहरे में पहाड़ी इलाके को पार करते वक्त हुआ था. ईरान के एक अधिकारी के हवाले से ईरान टीवी ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर किसी के जीवित होने का पता नहीं चला है.

ईरान के राष्ट्रपति की मौत ऐसे वक्त में हुई है, जब गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध हो रहा है. उल्लेखनीय है कि कुछ हफ्तों पहले ईरान की ओर से इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल अटैक किया गया था, जिसके बाद इजराइल ने भी ईरान पर जवाबी कार्रवाई की थी. इस बीच इजराइली चैनल 13 ने आधिकारिक इजराइली सूत्रों के हवाले से कहा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना से इजराइल का कोई संबंध नहीं है.

क्या बोले अमेरिकी सीनेटर
अमेरिकी सीनेटर रिक स्कॉट ने ईरानी राष्ट्रपति की दुर्घटना पर कहा, 'अगर राइसी की मौत हो गई है तो अब दुनिया एक सुरक्षित और शानदार जगह हो गई है. वह दुष्ट व्यक्ति अत्याचारी और आतंकवादी थे. उसने न तो प्यार किया और न ही सम्मान दिया. किसी को भी उनकी कमी महसूस नहीं होगी. अगर उनकी मौत हो गई है तो मुझे उम्मीद है कि ईरानी लोगों को तानाशाह से मुक्ति मिलेगी.

मोहसिन मंसूरी ने हादसे पर उठाए सवाल
इससे पहले राष्ट्रपति के डिप्टी मोहसिन मंसूरी ने बताया था कि रईसी के हेलीकॉप्टर के एक अधिकारी और उड़ान चालक दल के एक सदस्य ने हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद संपर्क किया. इससे पता चलता है कि घटना गंभीर नहीं थी. क्योंकि हादसे के बाद विमान में सवार दो लोगों ने कई बार हमारे लोगों से संपर्क किया.

घने कोहरे के कारण हार्ड लैंडिंग
रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को रविवार दोपहर को घने कोहरे के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और हेलीकॉप्टर की जोल्फा शहर में 'हार्ड लैंडिंग' करनी पड़ी. तसनीम समाचार की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को उत्तर पश्चिमी ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में नौ लोग सवार थे. इनमें तीन अधिकारी, एक इमाम और सुरक्षा दल के सदस्य शामिल थे.

हादसे से पहले ईरान के राष्ट्रपति अजरबैजान के किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए हुए थे. बांध का उद्घाटन करने के बाद वह हेलिकॉप्टर से तबरेज शहर जा रहे थे. तभी उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

कई देशों ने की थी मदद की पेशकश
ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद कई मुल्कों ने सर्च अभियान के लिए ईरान को मदद की पेशकश की थी. समाचार एजेंसी एएफपी की ओर से सोमवार को बताया गया कि सऊदी अरब, रूस और खाड़ी देशों ने ईरान को सहायता की पेशकश की है.

सऊदी अरब ने विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा कि वह इन कठिन परिस्थितियों में ईरान के सहयोगी इस्लामी गणराज्य के साथ खड़ा है. उसने ईरानी एजेंसियों को किसी भी तरह की सहायता प्रदान करने के लिए अपनी तत्परता पर जोर दिया.

पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने रईसी की मौत पर शोक जताया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ सैयद इब्राहिम राइसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है. भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.

यह भी पढ़ें-हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत

नई दिल्ली: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में मौत हो गई है. यह दुर्घटना रविवार को उस समय हुई थी, जब वह एक हेलिकॉप्टर से जा रहे थे. ईरानी मीडिया ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी है. इस हादसे में रईसी ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की भी मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक रईसी के साथ उनके हेलिकॉप्टर पर उनके बॉडीगार्ड और सुरक्षा प्रमुख भी सवार थे. यह हादसा घने कोहरे में पहाड़ी इलाके को पार करते वक्त हुआ था. ईरान के एक अधिकारी के हवाले से ईरान टीवी ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर किसी के जीवित होने का पता नहीं चला है.

ईरान के राष्ट्रपति की मौत ऐसे वक्त में हुई है, जब गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध हो रहा है. उल्लेखनीय है कि कुछ हफ्तों पहले ईरान की ओर से इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल अटैक किया गया था, जिसके बाद इजराइल ने भी ईरान पर जवाबी कार्रवाई की थी. इस बीच इजराइली चैनल 13 ने आधिकारिक इजराइली सूत्रों के हवाले से कहा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना से इजराइल का कोई संबंध नहीं है.

क्या बोले अमेरिकी सीनेटर
अमेरिकी सीनेटर रिक स्कॉट ने ईरानी राष्ट्रपति की दुर्घटना पर कहा, 'अगर राइसी की मौत हो गई है तो अब दुनिया एक सुरक्षित और शानदार जगह हो गई है. वह दुष्ट व्यक्ति अत्याचारी और आतंकवादी थे. उसने न तो प्यार किया और न ही सम्मान दिया. किसी को भी उनकी कमी महसूस नहीं होगी. अगर उनकी मौत हो गई है तो मुझे उम्मीद है कि ईरानी लोगों को तानाशाह से मुक्ति मिलेगी.

मोहसिन मंसूरी ने हादसे पर उठाए सवाल
इससे पहले राष्ट्रपति के डिप्टी मोहसिन मंसूरी ने बताया था कि रईसी के हेलीकॉप्टर के एक अधिकारी और उड़ान चालक दल के एक सदस्य ने हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद संपर्क किया. इससे पता चलता है कि घटना गंभीर नहीं थी. क्योंकि हादसे के बाद विमान में सवार दो लोगों ने कई बार हमारे लोगों से संपर्क किया.

घने कोहरे के कारण हार्ड लैंडिंग
रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को रविवार दोपहर को घने कोहरे के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और हेलीकॉप्टर की जोल्फा शहर में 'हार्ड लैंडिंग' करनी पड़ी. तसनीम समाचार की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को उत्तर पश्चिमी ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में नौ लोग सवार थे. इनमें तीन अधिकारी, एक इमाम और सुरक्षा दल के सदस्य शामिल थे.

हादसे से पहले ईरान के राष्ट्रपति अजरबैजान के किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए हुए थे. बांध का उद्घाटन करने के बाद वह हेलिकॉप्टर से तबरेज शहर जा रहे थे. तभी उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

कई देशों ने की थी मदद की पेशकश
ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद कई मुल्कों ने सर्च अभियान के लिए ईरान को मदद की पेशकश की थी. समाचार एजेंसी एएफपी की ओर से सोमवार को बताया गया कि सऊदी अरब, रूस और खाड़ी देशों ने ईरान को सहायता की पेशकश की है.

सऊदी अरब ने विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा कि वह इन कठिन परिस्थितियों में ईरान के सहयोगी इस्लामी गणराज्य के साथ खड़ा है. उसने ईरानी एजेंसियों को किसी भी तरह की सहायता प्रदान करने के लिए अपनी तत्परता पर जोर दिया.

पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने रईसी की मौत पर शोक जताया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ सैयद इब्राहिम राइसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है. भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.

यह भी पढ़ें-हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत

Last Updated : May 20, 2024, 12:47 PM IST
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