ढाका: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद हिंदू अल्संख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. मंदिरों, उनके घरों और संपत्तियों पर हमले के बाद अब दुर्गा पूजा समारोहों पर प्रतिबंध लगाए जाने की खबर है. लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरिम सरकार और विभिन्न मुस्लिम निकायों ने कई इलाकों में दुर्गा पूजा समारोह की अनुमति देने से इनकार कर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्गा पूजा आयोजन समितियों से कथित तौर पर नमाज के दौरान लाउडस्पीकर बंद रखने और 'जजिया' टैक्स के तौर पर 5-5 लाख रुपये देने को कहा गया है. बांग्लादेश के मीडिया समूह डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर के आखिर में कई दुर्गा पूजा समितियों को धमकी भरे पत्र मिले हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर वे त्योहार मनाना चाहते हैं तो उन्हें 5,00,000 रुपये देने होंगे. खुलना जिला के डाकोप इलाके में कई हिंदू मंदिरों ने भी धमकी भरे पत्र मिलने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने पूजा समितियों को सलाह दी है कि वे अजान और नमाज के दौरान अपने संगीत वाद्ययंत्र और साउंड सिस्टम बंद रखें. यह बयान कथित तौर पर गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कानून-व्यवस्था की बैठक के बाद जारी किया.
प्रतिबंध के पीछे खराब सुरक्षा व्यवस्था का हवाला...
बीते अगस्त महीने की शुरुआत में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि देखी गई है. हालांकि, अंतरिम सरकार का कहना है कि ये हमले राजनीति से प्रेरित थे. रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने दुर्गा पूजा समारोहों को प्रतिबंधित करने के पीछे खराब सुरक्षा व्यवस्था और धमकियों का हवाला दिया है.
बांग्लादेश में त्योहार मनाने का मौका मिलेगा...
हालांकि, अंतरिम सरकार के वरिष्ठ सदस्यों का कहना है कि हिंदू भक्तों को बांग्लादेश में त्योहार मनाने का 'निश्चित रूप से' मौका मिलेगा. बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने हाल ही में कहा था कि हो सकता है कि कुछ लोग दुर्गा पूजा को पसंद न करें. इस देश में सदियों से दुर्गा पूजा की जाती रही है और ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जब दुर्गा पूजा नहीं हुई हो. निश्चित रूप से, जो भक्त ऐसा करना चाहते हैं, उनके पास ऐसा करने का अवसर है. इसको लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
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