ओटावा : कनाडा स्थित सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडाई पुलिस ने नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित संलिप्तता के लिए चौथे संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी. आरोपी की पहचान अमनदीप सिंह (22) के रूप में हुई है.
ब्रिटिश कोलंबिया में इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम (आईएचआईटी) के अनुसार, सिंह पहले से ही असंबंधित आग्नेयास्त्र आरोपों के लिए ओंटारियो में पील क्षेत्रीय पुलिस की हिरासत में था. पुलिस के बयान में कहा गया है कि आईएचआईटी ने सबूतों का पीछा किया और अमनदीप सिंह पर प्रथम-डिग्री हत्या और हत्या की साजिश का आरोप लगाने के लिए बीसी अभियोजन सेवा के लिए पर्याप्त जानकारी प्राप्त की.
पुलिस ने कहा कि सिंह एक भारतीय नागरिक है, जो कनाडा में ब्रैम्पटन, ओंटारियो में रह रहा था. सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सरे, ब्रिटिश कोलंबिया और एबॉट्सफोर्ड, ब्रिटिश कोलंबिया जांचकर्ताओं ने चल रही जांच और अदालती प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए गिरफ्तारी का कोई और विवरण नहीं दिया है.
इससे पहले कनाडाई पुलिस ने एडमॉन्टन में तीन भारतीय नागरिकों - करण बराड़, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह को इसी मामले में गिफ्तार किया है. तीनों पर प्रथम-डिग्री हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.
हरदीप सिंह निज्जर को साल 2020 में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी नामित किया गया था. पिछले साल यानी जून 2023 में सरे के एक गुरुद्वारे से बाहर निकलते ही उसपर गोलीबारी हुई जिसके बाद उसकी मौत हो गई. शुरूआती जांच में बताया गया कि हमले में दो वाहनों में छह लोग शामिल थे.
कनाडाई पुलिस ने विशेष रूप से इस हत्या में भारत के शामिल होने के संदर्भ में कोई सबूत नहीं दिया है. हालांकि, कनाडाई मीडिया में इस तरह के आरोप लगाये जाते रहे हैं जिसका भारत खंडन करता रहा है.
निज्जर की हत्या से कनाडा और भारत के बीच राजनयिक तनाव पैदा हो गया. कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया. जिसे नई दिल्ली ने बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है.