सुक्रे: बोलीविया में सैनिकों ने बुधवार (स्थानीय समय) को अचानक राष्ट्रपति के सरकारी महलों पर हमला कर दिया. हालांकि समय रहते सैनिकों की कोशिशों को नाकाम कर दिया गया. बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस एर्से ने तख्तापलट के प्रयास के विफल होने के बाद लोगों को धन्यवाद दिया. बोलिवियाई प्राधिकारियों ने सेना के निवर्तमान जनरल कमांडर जुआन जोस जुनिगा को गिरफ्तार कर लिया है. सेना वापस लौट गई. वहीं, नवनियुक्त सेना प्रमुख जोस विल्सन सांचेज ने सभी तैनात सैनिकों को अपने बैरकों में लौटने का आदेश दिया.
सेना के जनरल कमांडर जुआन जोस जुनिगा के नेतृत्व वाले सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र से हटना शुरू कर दिया, जब लुइस एर्से ने देश से 'लोकतंत्र की रक्षा' करने का आह्वान किया और नौसेना और वायु सेना के प्रमुखों के साथ जुनिगा को भी निकाल दिया. आर्से ने कहा, 'बोलीविया के लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद.' उन्होने कहा कि लोकतंत्र अमर रहे.
Saludamos y expresamos nuestro más sincero agradecimiento a nuestras organizaciones sociales y a todo el pueblo boliviano, que salieron a las calles y se expresaron a través de distintos medios de comunicación, manifestando su rechazo a la intentona golpista, que lo único que… pic.twitter.com/Szlh4X1j1H
— Luis Alberto Arce Catacora (Lucho Arce) (@LuchoXBolivia) June 27, 2024
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सशस्त्र सैनिक ला पाज के मुख्य चौराहे मुरिलो प्लाजा के आसपास एकत्र हुए, जहां राष्ट्रीय कार्यकारी और विधायी कार्यालय स्थित हैं. बोलीवियाई टेलीविजन पर दिखाए गए फुटेज में दिखाया गया कि राष्ट्रपति लुइस एर्से के महल के गलियारे में आर्से को जुनिगा का सामना करते हुए दिखाया गया. आर्से ने कहा,' मैं आपका कप्तान हूं, और मैं आपको अपने सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश देता हूं, और मैं इस अवज्ञा की अनुमति नहीं दूंगा.'
Denunciamos movilizaciones irregulares de algunas unidades del Ejército Boliviano. La democracia debe respetarse.
— Luis Alberto Arce Catacora (Lucho Arce) (@LuchoXBolivia) June 26, 2024
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बोलिवियाई राष्ट्रपति ने कहा, 'हम बोलिवियाई सेना की कुछ इकाइयों की अनियमित लामबंदी की निंदा करते हैं. लोकतंत्र का सम्मान किया जाना चाहिए.' अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार नवनियुक्त सेना प्रमुख जोस विल्सन सांचेज ने सभी तैनात सैनिकों को अपने बैरकों में लौटने का आदेश देते हुए कहा कि कोई भी उन तस्वीरों को नहीं देखना चाहता जो हम सड़कों पर देख रहे हैं.
सरकारी अभियोजक कार्यालय ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ असफल प्रयास के पीछे के लोगों के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करेगा. बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने भी इस घटना की निंदा की है. मोरालेस ने भी ग्रामीण इलाकों और शहरों के सामाजिक आंदोलनों से लोकतंत्र की रक्षा करने का आह्वान किया.
मोरालेस कभी अपने सहयोगी रहे आर्से से सार्वजनिक रूप से अलग हो गए थे. चुनावों में धोखाधड़ी के आरोपों पर बढ़ते विरोध के बाद मोरालेस ने 2019 में इस्तीफा दे दिया. उस समय, उन्होंने दावा किया कि उन्हें तख्तापलट के जरिए बाहर कर दिया गया था, जैसा कि सीएनएन ने बताया था. लैटिन अमेरिकी नेताओं और संगठनों ने भी बुधवार को इस प्रयास पर चिंता व्यक्त की.
ब्राजील, मैक्सिको, क्यूबा, चिली, पेरू, होंडुरास, पैराग्वे और कोलंबिया जैसे देशों के अधिकारियों ने सेना के कदम को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए इसकी निंदा की. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका शांति और संयम बरतने का आग्रह करता है और बाइडेन प्रशासन घटनाक्रम पर नजर रख रहा है.
हम बोलीविया में हुई घटनाओं की निंदा करते हैं. सेना को वैध रूप से निर्वाचित नागरिक सत्ता के सामने झुकना चाहिए. अमेरिकी राज्यों के संगठन (OAS) के नेता लुइस अल्माग्रो ने समाचार रिपोर्टों के बाद कहा कि एक टैंक ने राष्ट्रीय महल के दरवाजे पर जोरदार हमला किया, जिससे सैनिकों के प्रवेश का रास्ता साफ हो गया.