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इरानी सेना ने शानदार काम किया: अयातुल्ला खामेनेई - Ayatollah Khamenei

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने 5 साल बाद जुमे की नमाज का नेतृत्व किया और खुतबा दिया.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

अयातुल्ला खामेनेई
अयातुल्ला खामेनेई (ANI)

तेहरान: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने आज जुमे की नमाज का नेतृत्व किया और खुतबा दिया. इस दौरान उन्होंने तेल अवीव पर किए गए मिसाइल हमले की सरहाना की और कहा कि हमारे सशस्त्र बलों के शानदार काम किया. उन्होंने कहा कि यह हमला पूरी तरह से लीगल था.

पांच साल में यह पहला मौका है, जब अयातुल्ला खामेनेई ने जुमे की नमाज में खुतबा दिया हो. उन्होंने तेहरान की इमाम खामेनई ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में लोगों संबोधित किया. खुमेनेई ने गाजा में इजराइल-हमास युद्ध की पहली वर्षगांठ से तीन दिन पहले यह खुतबा दिया है.

'लेबनान का चमकता हुआ रत्न'
अयातुल्ला खामेनेई ने कहा, "नसरल्लाह मेरा भाई, मेरा प्रिय और मेरा गौरव, इस्लामी दुनिया का प्रिय चेहरा था." उन्होंने नसरल्लाह को लेबनान का चमकता हुआ रत्न बताया. सुप्रीम लीडर ने कहा, "मुझे लगा कि तेहरान में जुमे की नमाज में सैय्यद हसन नसरल्लाह (भगवान उन्हें आशीर्वाद दें और उन्हें शांति प्रदान करें) को श्रद्धांजलि देना और सभी को कुछ सूचनाएं देना आवश्यक है."

उन्होंने कहा, "इस खुतबे को सुनने वाली पूरी इस्लामी दुनिया हैं, लेकिन यह विशेष रूप से लेबनान और फिलिस्तीन के प्यारे राष्ट्र को संबोधित है. हम सभी सैयद की शहादत से दुखी है. यह एक बड़ी क्षति है और हम बहुत दुखी हैं, लेकिन हमारे शोक का मतलब अवसाद, संकट और निराशा नहीं है."

उन्होंने कहा कि भले ही नसरल्लाह का शरीर इस दुनिया से चला गया है, लेकिन उनका असली व्यक्तित्व, उनकी आत्मा, उनका तरीका और उनकी एक्सप्रेसिव वॉइस अभी भी हमारे बीच है और हमेशा हमारे साथ रहेगी.

इससे पहले 2020 में दिया था खुतबा
बता दें कि खामेनेई ने आखिरी बार जनवरी 2020 में जुमे की नमाज का नेतृत्व किया था, जब ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना के अड्डे पर मिसाइलें दागी थीं, एक हमले के जवाब में जिसमें आतंकवाद विरोधी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल कासिम सुलेमानी शहीद हो गए थे.

यह भी पढ़ें- नसरुल्लाह का अंतिम संस्कार आज, खामनेई बंकर से आएंगे बाहर

तेहरान: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने आज जुमे की नमाज का नेतृत्व किया और खुतबा दिया. इस दौरान उन्होंने तेल अवीव पर किए गए मिसाइल हमले की सरहाना की और कहा कि हमारे सशस्त्र बलों के शानदार काम किया. उन्होंने कहा कि यह हमला पूरी तरह से लीगल था.

पांच साल में यह पहला मौका है, जब अयातुल्ला खामेनेई ने जुमे की नमाज में खुतबा दिया हो. उन्होंने तेहरान की इमाम खामेनई ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में लोगों संबोधित किया. खुमेनेई ने गाजा में इजराइल-हमास युद्ध की पहली वर्षगांठ से तीन दिन पहले यह खुतबा दिया है.

'लेबनान का चमकता हुआ रत्न'
अयातुल्ला खामेनेई ने कहा, "नसरल्लाह मेरा भाई, मेरा प्रिय और मेरा गौरव, इस्लामी दुनिया का प्रिय चेहरा था." उन्होंने नसरल्लाह को लेबनान का चमकता हुआ रत्न बताया. सुप्रीम लीडर ने कहा, "मुझे लगा कि तेहरान में जुमे की नमाज में सैय्यद हसन नसरल्लाह (भगवान उन्हें आशीर्वाद दें और उन्हें शांति प्रदान करें) को श्रद्धांजलि देना और सभी को कुछ सूचनाएं देना आवश्यक है."

उन्होंने कहा, "इस खुतबे को सुनने वाली पूरी इस्लामी दुनिया हैं, लेकिन यह विशेष रूप से लेबनान और फिलिस्तीन के प्यारे राष्ट्र को संबोधित है. हम सभी सैयद की शहादत से दुखी है. यह एक बड़ी क्षति है और हम बहुत दुखी हैं, लेकिन हमारे शोक का मतलब अवसाद, संकट और निराशा नहीं है."

उन्होंने कहा कि भले ही नसरल्लाह का शरीर इस दुनिया से चला गया है, लेकिन उनका असली व्यक्तित्व, उनकी आत्मा, उनका तरीका और उनकी एक्सप्रेसिव वॉइस अभी भी हमारे बीच है और हमेशा हमारे साथ रहेगी.

इससे पहले 2020 में दिया था खुतबा
बता दें कि खामेनेई ने आखिरी बार जनवरी 2020 में जुमे की नमाज का नेतृत्व किया था, जब ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना के अड्डे पर मिसाइलें दागी थीं, एक हमले के जवाब में जिसमें आतंकवाद विरोधी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल कासिम सुलेमानी शहीद हो गए थे.

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