यरूशलम: गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले 24 घंटों में क्षेत्र में 150 लोग मारे गए हैं जबकि 313 लोग घायल हो गए. इजरायली सेना क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में भी आतंकवादियों से लड़ाई जारी रखे हुए है. उत्तर क्षेत्र में पूरे पड़ोस को समतल कर दिया गया है. अक्टूबर के अंत में इजराइल के जमीनी हमले का प्रारंभिक लक्ष्य था.
इजराइल की सेना ने बुधवार को कहा कि उसकी सेना ने पिछले दिन उत्तरी गाजा में 15 से अधिक हमास आतंकवादियों को मार गिराया और एक स्कूल में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया. हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार नवीनतम मौतों से इजरायल के हमले में फिलीस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 26,900 हो गया है. यह नागरिक और लड़ाकू मौतों के बीच अंतर नहीं करता है लेकिन कहता है कि मारे गए लोगों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे.
ये है नवीनतम रिपोर्ट: अमेरिका का कहना है कि जॉर्डन में ड्रोन हमले के लिए इराक में इस्लामी प्रतिरोध जिम्मेदार है. अमेरिका ने जॉर्डन में ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सेवा सदस्यों को मारने के लिए इराक में इस्लामी प्रतिरोध को जिम्मेदार ठहराया है, जो ईरान समर्थित आतंकियों का एक प्रमुख समूह है. इसमें उग्रवादी समूह कताइब हिजबुल्लाह शामिल है.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को कहा कि अमेरिका का मानना है कि हमले की योजना, संसाधन और सुविधा समूह द्वारा बनाई गई थी.जॉर्डन में एक सैन्य अड्डे पर रविवार को हुए ड्रोन हमले में तीन सैनिक मारे गए और कम से कम 40 अन्य घायल हो गए. किर्बी का कहना है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन हमले के जवाबी विकल्पों पर विचार करना जारी रखेंगे लेकिन जो पहली चीज आप देखेंगे वह आखिरी चीज नहीं होगी.
नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र राजदूतों के एक समूह से मुलाकात की: जेरूसलम इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में मुख्य रूप से यूरोपीय देशों के राजदूतों के एक समूह से कहा है कि हमास ने गाजा में फिलिस्तीनियों को मुख्य सहायता प्रदान करने वाले जगहों में घुसपैठ की है और इसे बंद किया जाना चाहिए.
बुधवार को नेतन्याहू की टिप्पणी इजराइल के इन आरोपों के बाद आई है कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी, जिसे यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) के नाम से जाना जाता है. इसके 12 कर्मचारियों ने इजराइल में 7 अक्टूबर को हमास के हमलों में शामिल था, जिससे गाजा में युद्ध छिड़ गया था.