ETV Bharat / international

नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए 13 भारतीयों को लाया गया - Indians successfully rescued

13 Indians successfully rescued : लाओस में धोखाधड़ी का शिकार हुए 13 भारतीयों को स्वदेश वापस लाया गया. इस महीने की शुरुआत में भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर अवैध नौकरी की पेशकश से बचने की सलाह दी थी.

13 Indians successfully rescued
भारतीय वापस लाए गए (IANS)
author img

By IANS

Published : May 26, 2024, 10:38 PM IST

वियनतियाने : लाओस में भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा कि उसने नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए दक्षिणपूर्व एशियाई देश के बोकेओ प्रांत में 13 भारतीयों को सफलतापूर्वक बचाया है और उन्हें स्वदेश वापस लाया है.

इनमें अटापेउ प्रांत की एक लकड़ी की फैक्ट्री से सात उड़िया श्रमिक और गोल्डन ट्रायंगल स्‍पेशल इकोनोमिक जोन से छह भारतीय युवा शामिल हैं. दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'दूतावास ने अब तक लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (पीडीआर) से 428 भारतीयों को बचाया है. हम लाओ अधिकारियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं.'

यह कहते हुए कि भारतीयों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, दूतावास ने लाओस/लाओ पीडीआर में आने वाले भारतीय श्रमिकों को फर्जी या अवैध नौकरी की पेशकश से धोखा न खाने की सलाह दी.

इस महीने की शुरुआत में दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें हाल के उन उदाहरणों का ब्‍योरा दिया गया था. जिसमें भारतीय नागरिकों को थाईलैंड के रास्ते लाओस में रोजगार का लालच दिया गया था.

एडवाइजरी में कहा गया था कि 'ये फर्जी नौकरियां लाओस में गोल्डन ट्रायंगल स्पेशल इकोनॉमिक जोन में कॉल-सेंटर घोटालों और क्रिप्टो-मुद्रा धोखाधड़ी में शामिल संदिग्ध कंपनियों द्वारा 'डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव्स' या 'कस्टमर सपोर्ट सर्विस' जैसे पदों के लिए हैं. ऐसी जगहों पर एजेंट दुबई, बैंकॉक, सिंगापुर और भारत की इन कंपनियों से जुड़ी कंपनियां एक साधारण साक्षात्कार और टाइपिंग टेस्ट लेकर भारतीय नागरिकों की भर्ती कर रही हैं और उच्च वेतन, होटल बुकिंग के साथ-साथ वापसी हवाई टिकट और वीजा सुविधा की पेशकश कर रही हैं.'

ये भी पढ़ें

कंबोडिया में भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी-'फर्जी एजेंटों से रहें सावधान'

वियनतियाने : लाओस में भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा कि उसने नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए दक्षिणपूर्व एशियाई देश के बोकेओ प्रांत में 13 भारतीयों को सफलतापूर्वक बचाया है और उन्हें स्वदेश वापस लाया है.

इनमें अटापेउ प्रांत की एक लकड़ी की फैक्ट्री से सात उड़िया श्रमिक और गोल्डन ट्रायंगल स्‍पेशल इकोनोमिक जोन से छह भारतीय युवा शामिल हैं. दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'दूतावास ने अब तक लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (पीडीआर) से 428 भारतीयों को बचाया है. हम लाओ अधिकारियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं.'

यह कहते हुए कि भारतीयों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, दूतावास ने लाओस/लाओ पीडीआर में आने वाले भारतीय श्रमिकों को फर्जी या अवैध नौकरी की पेशकश से धोखा न खाने की सलाह दी.

इस महीने की शुरुआत में दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें हाल के उन उदाहरणों का ब्‍योरा दिया गया था. जिसमें भारतीय नागरिकों को थाईलैंड के रास्ते लाओस में रोजगार का लालच दिया गया था.

एडवाइजरी में कहा गया था कि 'ये फर्जी नौकरियां लाओस में गोल्डन ट्रायंगल स्पेशल इकोनॉमिक जोन में कॉल-सेंटर घोटालों और क्रिप्टो-मुद्रा धोखाधड़ी में शामिल संदिग्ध कंपनियों द्वारा 'डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव्स' या 'कस्टमर सपोर्ट सर्विस' जैसे पदों के लिए हैं. ऐसी जगहों पर एजेंट दुबई, बैंकॉक, सिंगापुर और भारत की इन कंपनियों से जुड़ी कंपनियां एक साधारण साक्षात्कार और टाइपिंग टेस्ट लेकर भारतीय नागरिकों की भर्ती कर रही हैं और उच्च वेतन, होटल बुकिंग के साथ-साथ वापसी हवाई टिकट और वीजा सुविधा की पेशकश कर रही हैं.'

ये भी पढ़ें

कंबोडिया में भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी-'फर्जी एजेंटों से रहें सावधान'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.