अदन : यमन के मध्य प्रांत मारिब में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार से जुड़ी संयुक्त यमनी सेना और हौथी लड़ाकों के बीच हुई भीषण झड़प में दस लोग मारे गए. एक सैन्य अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
सैन्य सूत्र ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि रविवार की शाम तेल समृद्ध शबवा प्रांत में शहर मारिब के दक्षिण में हरीब मोर्चे पर 'जायंट्स ब्रिगेड, संयुक्त सरकार समर्थक बलों का हिस्सा और हौथी लड़ाकों के बीच भयंकर टकराव हुआ.'
मारिब लंबे समय से चले आ रहे यमनी संघर्ष के प्राथमिक युद्धक्षेत्र के रूप में उभरा है, क्योंकि हौथियों ने 2021 की शुरुआत में ऊर्जा-समृद्ध मारिब प्रांत पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के उद्देश्य से एक बड़ा हमला शुरू किया था.
सरकार द्वारा नियंत्रित मारिब शहर का राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक महत्व बहुत अधिक है. यह रक्षा मंत्रालय मुख्यालय, सरकार समर्थक यमनी सेना नेतृत्व, प्रमुख सुरक्षित तेल क्षेत्र और रिफाइनरी और देश के सबसे बड़े बिजली संयंत्र का घर है.
सूत्र ने कहा कि घंटे भर चली झड़प में भारी हथियारों का इस्तेमाल हुआ, जिससे चार सरकारी बलों के सदस्यों और छह हौथी लड़ाकों की मौत हो गई, जबकि दोनों पक्षों के नौ अन्य घायल हो गए. सैन्य सूत्र ने कहा कि हौथियों ने रविवार को एक बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित किया, जिसमें मारिब शहर के पूर्व में वाडी जिले के हवाईक्षेत्र में विस्फोट हो गया. हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
यमन एक दशक से सऊदी समर्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार और ईरान समर्थित हौथी के बीच घातक संघर्ष में उलझा हुआ है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह संघर्ष दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकटों में से एक का कारण बना.
हौथियों ने सितंबर 2014 से राजधानी सना सहित उत्तरी यमन के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है. मार्च 2015 में सऊदी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने यमन में सरकार के समर्थन में हस्तक्षेप किया था.